कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट पर कांग्रेस ने साधा केंद्र निशाना

Thursday, Jan 04, 2018 - 08:23 PM (IST)

नई दिल्लीः कच्चे तेल की कीमतों को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। गुरुवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवाल पूछा कि सरकार कच्चे तेल की कीमतें कम होने का फायदा उपभोक्ताओं को क्यों नहीं दे रही है। उन्होंने सरकार पर कल्याणकारी योजनाओं पर खर्च होने वाले धन में कटौती करने का भी आरोप लगाया।

गिरावट के अनुपात में नहीं घटाई गईं कीमतें
लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खडगे ने इस विषय को उठाते हुए कहा कि सरकार को इससे प्रति वर्ष 1.62 लाख करोड़ रूपए का फायदा हो रहा है लेकिन आम लोगों को इससे लाभ नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मार्च 2014 में कच्चे तेल की प्रति बैरल कीमत 110 डालर थी जो जून 2016 में घटकर 40 डालर प्रति बैरल हो गई। कल इसकी कीमत 60 डालर प्रति बैरल थी लेकिन जिस प्रकार से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई, उस दर से पेट्रोल और डीजल की कीमतें नहीं घटायी गईं।

डीजल पर 386 व पेट्रोल पर 126 प्रतिशत की वृद्धि
खडगे ने कहा कि इस दौरान डीजल पर शुल्क 386 प्रतिशत बढ़ाया गया जबकि पेट्रोल पर 126 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि तेल पर शुल्क में वृद्धि की गई लेकिन दलित एवं कमजोर वर्गो की कल्याण योजनाओं में धन में कटौती की गई। सरकार को यह बताना चाहिए कि किन योजनाओं में धन खर्च किया गया।

सरकार ने 5.50 लाख करोड़ रुपए तिजोरी में भरे
उन्होंने बताया कि सरकार को कच्चे तेल के दाम में कमी से 5,50,000 करोड़ रुपये का फायदा मिला है और यह सारा पैसा सरकार अपनी तिजोरी में भर रही है। लोकसभा में कांग्रेस नेता ने कहा, 'सरकार में शामिल लोगों ने कल्याणकारी योजनाओं के धन में कटौती की है। सरकार को बताना चाहिए कि इन्होंने किस सामाज कल्याण योजना में धन का निवेश किया है।' 

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