बोले गुलाम अली- ममता बनर्जी मेरे लिए सरस्वती जैसी, विपक्ष ने उठाए सवाल

Wednesday, Jan 13, 2016 - 08:52 AM (IST)

कोलकाता: पिछले साल अक्तूबर में मुंबई में भारी विरोध के बाद कार्यक्रम के रद्द हो जाने के बाद निराश पाकिस्तान के प्रख्यात गजल गायक गुलाम अली ने यहां नेताजी सुभाष इंडोर स्टेडियम में दर्शकों की भारी भीड़ को अपनी प्रस्तुति ‘उदासी का एक दिन’ पर गायन से मंत्रमुग्ध कर दिया और यहां कार्यक्रम के सफलता के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का आभार व्यक्त किया। इस दौरान गुलाम अली ने ममता की तुलना सरस्वती से की।

पटियाला घराने के गायक गुलाम अली ने कहा,‘‘ मुझे अपनी हर प्रस्तुति पर खुशी और संतोष होता है लेकिन इस बार मैं यहां आकर बेहद खुश हूं। मैं अकसर कोलकाता आया करता था लेकिन इस वर्ष ऐसा लग रहा है कि मैं 50 साल के बाद यहां आ रहा हूं। मैं मुंबई में कार्यक्रम के रद्द होने पर निराश था लेकिन अब मेरा दुख खत्म हो गया। मैं अपनी उदासी का दिन समाप्त करने के लिए मुख्यमंत्री ममता का बेहद आभारी हूं।’’ उनके बेटे आमिर अली ने भी कार्यक्रम में उनके साथ प्रस्तुति दी।

कार्यक्रम में मौजूद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुलाम अली को संगीत सम्राट बताते हुए कहा,‘‘ संगीत की कोई सीमा नहीं होती। आपको हमारे लिए एक उपहार के तौर पर दोबारा आना पड़ेगा।’’ दर्शक दीर्घा में मौजूद बॉलीवुड फिल्मकार महेश भट्ट ने ममता का आभार जताते हुए कहा,‘‘ लोकप्रिय गायक का हमारे बीच होना किसी चमत्कार से कम नहीं है।

मुंबई में जिस तरह का माहौल बनाया गया था, उसके कारण हमने कुछ महीने पहले उम्मीद छोड़ दी थी।’’ दूसरी ओर कार्यक्रम में ममता की मौजूदगी पर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। विपक्ष का कहना है कि मालदा में हुई हिंसा के बाद भी ममता बनर्जी का ध्यान कंसर्ट में ज्यादा है, प्रशासन में नहीं।

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