जर्मनी और भारत मिलकर लड़ें आतंकवाद के खिलाफ: PM मोदी

Tuesday, May 30, 2017 - 08:17 PM (IST)

बर्लिन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि भारत ने सुधारों का ‘एक बड़ा हिस्सा’ पहले ही पूरा कर लिया है और एेतिहासिक वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली इस साल जुलाई से लागू हो जाएगी। मोदी ने चासंलर एंजेला मर्केल के साथ भारत-जर्मन व्यापार शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। मोदी ने कहा कि द्विपक्षीय व वैश्विक (दोनों ही) संदर्भ में जर्मनी, भारत के सबसे महत्वपूर्ण भागीदारों में से एक है। उल्लेखनीय है कि 2015 के बाद मोदी की यह दूसरी जर्मनी यात्रा है। उन्होंने कहा कि बीते 3 साल में सात प्रतिशत से अधिक की जीडीपी वृद्धि दर के साथ भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है और यह वैश्विक अर्थव्यवस्था में ‘चमकता गंतव्य’ है। भारत में इस समय 1600 से अधिक जर्मन कंपनियां व 600 जर्मन संयुक्त उद्यम काम कर रहे हैं।

एंजेला मर्केल के साथ की संयुक्त प्रेस वार्ता 
मोदी ने यह बयान जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में दिया। इससे पहले दोनों नेताओं ने भारत की विस्तृत उर्जा जरूरतों और टिकाउ विकास के अन्य क्षेत्रों के लिए जलवायु हितैषी, प्रभावी और टिकाउ समाधान के सांझा उद्देश्य की दिशा में सहयोग जारी रखने पर सहमति जताई। संयुक्त वक्तव्य में दोनों नेताओं ने भारत में अक्षय उर्जा पर सफल सहयोग की महती प्रशंसा की। उन्होंने भारतीय उर्जा क्षेत्र के और अधिक विकास में योगदान के लिए भारत-जर्मन एनर्जी फोरम :आईजीईएफ: के महत्व को रेखांकित किया।

आतंकवाद एक बड़ी समस्या: मोदी
आतंकवाद का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि यह आने वाली पीढिय़ों के लिए एक बड़ी समस्या है और मानवता की सभी ताकतों को इस समस्या से मुकाबले के लिए साथ आना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस समस्या से साथ निपटने के लिए दोनों देशों मिलकर काम करेंगे और साइबर सुरक्षा एवं खुफिया जानकारी सांझा करना इस सहयोग का बेहद अहम पहलू है । जर्मनी, फ्रांंस, ब्रिटेन और स्वीडन जैसे यूरोपीय देशों में हाल में हुए आतंकवादी हमलों के बाद मोदी की आेर से की गई यह टिप्पणी बेहद अहम मानी जा रही है।

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