गिलानी की मांग, दिल्ली को बात करनी है तो कश्मीर को विवादित क्षेत्र घोषित करे

Thursday, Jun 01, 2017 - 12:27 AM (IST)

श्रीनगर : हुरियत कांफ्रैंस (जी) चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी ने आज जम्मू कश्मीर को विवादित क्षेत्र के रुप में स्वीकार नही किए जाने तक भारत सरकार से वार्ता को खारिज कर दिया। गिलानी हैदरपुरा इलाके में स्थिति उनके निवास पर नजरबंद हैं। उन्होंने कहा कि जब तक भारत जम्मू कश्मीर को विवादित क्षेत्र के रुप में स्वीकार नहीं करेगा तब तक कोई वार्ता नहीं होगी। गिलानी केन्द्रीय मंत्री एम. वेकैया नायडू के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। नायडू ने अलगाववादियों से वार्ता को खारिज करते हुए कहा था कि कश्मीर में समस्या सिर्फ पांच जिलों तक सीमित है।


गिलानी ने कहा कि दिल्ली में प्राधिकरण कट्टरपंथी हठधर्मिता का पालन करते हुए तर्कहीन है, राजनीतिक समझ की कमी है और कश्मीर मुद्दे को हल करने की स्थिति में नही है। कश्मीर मुद्दा पिछले सात दशकों से अनसुलझा रहा है। कश्मीर एक मानवीय मुद्दा है और लोग आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए लड़ रहे हैं। अवास्तविक और अभिमानी रवैया के लिए दिल्ली में प्राधिकरण पर निशाना साधते हुए गिलानी ने कहा कि नई दिल्ली और राज्य सरकार ने राज्य के लोगों के खिलाफ युद्ध शुरु कर दिया है। वह इस मुद्दे को अपनी कट्टर विचारधारा के माध्यम से और हिन्दु तथा मुसलमान समुदायों के बीच संघर्ष के रुप में देख रहे हैं।


उन्होंने कहा कि नई दिल्ली मुसलमान समुदायों का कष्टप्रद करते हुए आनंद महसूस करती है और कानून व्यवस्था परिस्थितियों के तहत जम्मू कश्मीर में नरसंहार जारी रखना चाहती है। हम कट्टरवादी विचारधारा का पीछा करने वालों के साथ कभी भी बात नहीं करेंगे और हम कभी भी आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।

 

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