महिला के गर्भाश्य में छोड़ दिया गॉज-पैड, अस्पताल की बड़ी लापरवाही, डेढ़ महीने बाद ऐसे हुआ खुलासा

punjabkesari.in Saturday, Nov 15, 2025 - 08:44 PM (IST)

नेशनल डेस्क: लखनऊ के गोसाईंगंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में मेडिकल लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। आरोप है कि सिजेरियन डिलीवरी के दौरान डॉक्टरों ने प्रसूता के गर्भाशय में गॉज पैड छोड़ दिया, जो करीब डेढ़ महीने बाद पेशाब के दौरान बाहर आ गया। पीड़िता के परिजनों ने डॉक्टरों और स्टाफ पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है और आईजीआरएस पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई है। मामला सामने आते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।

टांके पकने लगे, फिर हुआ दर्द- और निकला गॉज पैड

बेगरियामऊ निवासी रत्नेश सिंह के अनुसार, उनकी पत्नी सोनिया को 22 सितंबर को प्रसव पीड़ा होने पर सीएचसी में भर्ती कराया गया था। सिजेरियन होने के बाद उसकी तबीयत खराब हो गई और उसे लोहिया संस्थान के मातृत्व एवं शिशु अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां वह पांच दिन भर्ती रही।

घर लौटने के कुछ दिनों बाद उसके टांके पकने लगे। जब परिवार उसे दोबारा सीएचसी लेकर गया, तो आरोप है कि डॉक्टर ने इलाज से इनकार कर दिया और उन्हें दूसरे अस्पताल जाने की सलाह दे दी।

इसी बीच गुरुवार को महिला को अचानक तेज पेट दर्द हुआ। पेशाब के दौरान उसने कपड़े जैसी चीज बाहर आती महसूस की। परिजनों ने उसे खींचकर निकाला तो रुमाल के आकार का गॉज पैड निकला। निजी अस्पताल में जांच के बाद भी पुष्टि हुई कि यह हेमोस्टैटिक गॉज पैड ही है। परिवार का दावा है कि यह वही पैड है जो सिजेरियन के दौरान गर्भाशय में रह गया था।

सीएचसी ने किया इनकार, जांच के आदेश

मामले में सीएचसी अधीक्षक डॉ. सुरेश चंद्र पांडेय ने सभी आरोपों को खारिज किया है। उनका कहना है कि पेशाब के रास्ते निकला पैड सीएचसी की महिला चिकित्सक द्वारा नहीं रखा गया, क्योंकि प्रसूता लोहिया संस्थान से रेफर होने के बाद निजी अस्पताल भी गई थी। उधर, सीएमओ डॉ. एनबी सिंह ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि लापरवाही साबित हुई तो संबंधित महिला चिकित्सक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Parveen Kumar