No Handshake Controversy: BCCI या सरकार नहीं...भारत-पाकिस्तान मैच में हाथ मिलाने से इनकार के पीछे था सिर्फ एक शख्स, नाम जानकर चौंक जाएंगे!
punjabkesari.in Monday, Sep 15, 2025 - 04:43 PM (IST)

नेशनल डेस्क: एशिया कप 2025 के हाई-वोल्टेज मुकाबले में भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ मैच सिर्फ रन और विकेट तक सीमित नहीं रहा। मुकाबले के बाद सबसे ज्यादा चर्चा हुई उस पल की जब भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से साफ इनकार कर दिया। पहले माना गया कि यह फैसला बीसीसीआई या भारत सरकार का था, लेकिन अब जो जानकारी सामने आई है, वह पूरे घटनाक्रम की तस्वीर ही बदल देती है।
फैसला सरकार या बोर्ड का नहीं, कोच का था!
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि यह निर्णय बीसीसीआई और भारत सरकार की ओर से पहले ही लिया गया था। लेकिन टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह योजना टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर की थी। गंभीर ने खिलाड़ियों को मैच से पहले स्पष्ट निर्देश दिए थे कि पाकिस्तानी टीम से किसी भी प्रकार का व्यक्तिगत संपर्क, हाथ मिलाना या भावनात्मक जुड़ाव न किया जाए।
कोच की क्लास: सोशल मीडिया से दूरी, मैदान पर सिर्फ खेल
गंभीर ने खिलाड़ियों को सिर्फ हाथ न मिलाने की बात नहीं कही, बल्कि उन्हें मीडिया और सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखने की भी सलाह दी। उन्होंने टीम से साफ कहा कि “बहसबाजी या दिखावे की कोई जरूरत नहीं है। हम यहां सिर्फ देश के लिए खेलने आए हैं।”
उन्होंने यह भी कहा, “पहलगाम में जो हुआ, उसे मत भूलो। किसी से हाथ न मिलाओ, उलझो मत। बस मैदान पर जाकर देश के लिए जीतकर आओ।” गौरतलब है कि पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले में भारतीय जवानों ने अपनी जान गंवाई थी। गंभीर का यह संदेश टीम के लिए भावनात्मक प्रेरणा का काम कर गया।
मैदान पर दिखा असर: न हाथ मिलाया, न प्रतिक्रिया दी
मैच शुरू होने से पहले टॉस के दौरान और मैच समाप्ति के बाद भी सूर्यकुमार यादव समेत किसी भी भारतीय खिलाड़ी ने पाक कप्तान सलमान आगा या अन्य खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया। पाकिस्तानी खिलाड़ी हाथ बढ़ाकर लौट गए और निराश होकर पवेलियन की ओर चले गए।
ड्रेसिंग रूम में भी नहीं मिला स्वागत
रिपोर्ट के मुताबिक, मैच के बाद पाकिस्तानी कप्तान सलमान आगा और कोच माइक हेसन भारतीय ड्रेसिंग रूम में पहुंचे थे, शायद सद्भावना दिखाने के लिए। लेकिन वहां भी किसी भारतीय खिलाड़ी ने उन्हें कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
आलोचना और समर्थन दोनों
इस पूरे मामले को लेकर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। कुछ लोगों ने खिलाड़ियों को "देशद्रोही" तक कह दिया, सिर्फ इसलिए कि उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ खेला। वहीं, दूसरी ओर देशभर से यह भी कहा गया कि यह कदम देश की भावनाओं का सम्मान है।
जीत को समर्पित किया भारतीय सेना को
भारत ने इस मुकाबले में पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी। इस जीत को भारतीय खिलाड़ियों ने पहलगाम हमले में शहीद हुए जवानों और सशस्त्र बलों को समर्पित किया। खिलाड़ियों के इस व्यवहार को कई लोगों ने देश के प्रति सम्मान और दृढ़ता का प्रतीक बताया।