गैंगरेप मामला : आरोपियों का सुराग देने वाले को 50 हजार ईनाम देने की घोषणा

Thursday, Dec 15, 2016 - 10:15 AM (IST)

चंडीगढ़(संदीप) : ऑटो चालक और उसके साथी द्वारा कॉल सैंटर में काम करने वाली युवती से गैंगरेप करने के मामले में पुुलिस ने आरोपियों का सुराग देने वाले को 50 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की है। पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए काईम ब्रांच, ऑप्रेशन सैल, साईबर सैल और थाना पुलिस की 4 टीमों का गठन किया है। पुलिस के मुताबिक एक आरोपी का स्कैच भी जारी किया गया है ताकि आरोपियो को जल्द काबू किया जा सके। 

 

बता दें कि 21 साल की एक युवती सोमवार रात सैक्टर 34 के एक कॉल सैंटर में काम खत्म कर घर जा रही थी। जब युवती ने घर जाने के लिए सैक्टर-21 की तरफ से ऑटो लिया तो ऑटो चालक और उसके साथी ने सैक्टर-29 की झाडियों में ले जाकर चाकू की नोक पर उससे गैंगरेप किया। घटना के बाद युवती ने फिर बाहर से ऑटो लिया व सूचना परिवार और पुलिस को दी। पुलिस थाना इंडस्ट्रीयल एरिया ने तुरंत कार्रवाई कर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने तुरंत युवती का मैडीकल करवाया। पुलिस के मुताबिक रेप की पुष्टि हो गई है। पुलिस का कहना कि आरोपियो को जल्द काबू कर लिया जाएगा। पुलिस ने जगह -जगह लगे सी.सी.टी.वी. कैमरे को खंगाल रही है। 

 

फर्जी प्रमाण पत्र मामले में मार्कफैड के तकनीकी अधिकारी को 3 साल कैद :
फर्जी प्रमाण पत्र मामले में बुधवार को जिला अदालत में मार्कफैड के तकनीकी अधिकारी को 3 साल कैद की सजा सुनाई साथ ही 20 हजार जुर्माना भी लगाया है। दोषी ने वर्ष 2003 में नौकरी पाने के लिए शिक्षा का फर्जी सर्टिफिकेट जमा कराया था। चिटिंग के इस केस में सैक्टर-35 के मार्कफैड के डिप्टी जनरल मैनेजर आर.सी. कटोच ने जालंधर निवासी लखविंदर सिंह गिल के खिलाफ एस.एस.पी. यू.टी. को आपराधिक केस दर्ज कराने की मांग को लेकर शिकायत दी थी जिसमें आरोप लगाया था कि लखविंदर की असल जन्म तिथि 16 जनवरी 1950 थी, जबकि उन्होंंने मैट्रिक का फर्जी प्रमाणपत्र में जन्म तिथि 16 जनवरी 1956 दिखाई। शिकायत की सत्यता परखने के लिए मामले में विभागीय जांच भी बिठाई गई। इस प्रक्रिया के तहत भिवानी के सैक्रेट्री बोर्ड ऑफ एजुकेशन से पड़ताल भी कराई गई। पड़ताल में सर्टिफिकेट में बोगस पाया गया। जिसके बाद केस दर्ज कर गिरफ्तारी की गई। 


 

Advertising