ऑफ द रिकॉर्डः गांधी परिवार के खिलाफ गांधी करेंगी प्रचार

Friday, Apr 05, 2019 - 05:30 AM (IST)

नेशनल डेस्क: मेनका गांधी भाजपा में काफी लंबे समय से हैं। वह अटल सरकार में भी मंत्री रह चुकी हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें पीलीभीत लोकसभा सीट से उतारा गया था और जीतने के बाद मंत्री बनाया गया लेकिन उन्हें हर बार पार्टी प्रचार से दूर रखा गया पर अब यह बात बीते जमाने की हो गई। 

अब मेनका गांधी राहुल गांधी के खिलाफ प्रचार करेंगी। कई दशकों बाद यह पहला मौका है जब मेनका गांधी ही गांधी परिवार के खिलाफ चुनाव प्रचार करेंगी। वास्तव में यह अमित शाह व मेनका के बीच हुई डील का हिस्सा है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी मेनका से यही चाहते हैं। 

वास्तव में मोदी ने वरिष्ठ नेताओं की बैठक में कहा कि एक परिवार में केवल एक को ही टिकट दिया जाएगा इसलिए जब मेनका व उसके बेटे वरुण गांधी को टिकट देने की बात आई तो उनमें से एक का टिकट पार्टी ने काट दिया था। नेताओं ने उन्हें विनम्रता से कहा कि यह सब पार्टी के नियम-कायदे से ही हुआ है। उसके बाद मेनका ने कहा कि पार्टी ने उनके बुरे रिपोर्ट कार्ड के बावजूद मौजूदा संसदों को टिकट दिया है। उसने कहा कि वरुण 2014 में भी सुल्तानपुर के संसद चुने गए थे इसलिए मुझे करनाल और बेटे वरुण को पीलीभीत से उतारा जाए। उनकी इस मांग को पार्टी ने इस आधार पर ठुकरा दिया कि इससे गलत संदेश जाएगा। 

अंत में मामला अमित शाह के पास पहुंचा और उन्हें मोदी से अनुमति लेने के बाद मां-बेटे को टिकट दिया गया लेकिन इस पर अमित शाह ने शर्त रखी कि मेनका को अमेठी में स्मृति ईरानी का प्रचार करना होगा। हालांकि 2014 में मेनका पार्टी की इस मांग को ठुकरा चुकी थीं लेकिन अब समय बदल गया है। वह बाद में सार्वजनिक बैठक में भी कह चुकी हैं कि यदि पार्टी चाहेगी तो वह अमेठी में स्मृति ईरानी के पक्ष में प्रचार करेंगी। 

Pardeep

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