राफेल रक्षा समझौते पर भारत सरकार को फ्रांस की हरी झंडी

Thursday, Mar 08, 2018 - 06:04 PM (IST)

नेशनल डेस्कः राफेल डील पर कांग्रेस के हमले झेल रही मोदी सरकार क लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैकरॉन एक बड़ी राहत लेकर आए हैं। भारत और फ्रांस के बीच हुई राफेल डील पर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कई बार सवाल कर चुके हैं। लेकिन पीएम ने राफेल डील पर अपनी चुप्पी साध रखी है। फ्रांस के राष्ट्रपति ने भारत सरकार के पक्ष में बोलते हुए कहा कि यदि भारत इस मुद्दे पर विपक्ष के साथ किसी तरह की बहस के लिए डील से पर्दा उठाना चाहता है तो फ्रांस सरकार इसका विरोध नहीं करेगी।

डील से हुआ दोनों देशों को फायदा
एक इंटरव्यू में मैकरॉन ने कहा कि यह डील इकोनॉमिक, इंडस्ट्रियल और स्ट्रैटेजिक हितों को ध्यान में रखकर की गई है। उन्होंने कहा कि यह डील उनके कार्यकाल में नहीं हुई है। लेकिन फ्रांस सरकार का मानना है कि राफेल डील से दोनों देशों को फायदा हुआ है। डील की गोपनियता को लेकर मैकरॉन ने कहा कि दोनों देशों के बीच जब किसी मामले पर बहुत सेंसिटिव बिजनेस इंटरेस्ट शामिल रहते हैं, तब ऐसा करना सही नहीं रहता। फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा कि डील में कॉमर्शियल एग्रीमेंट के तहत प्रतियोगी कंपनियों को डील की बारीकियों की जानकारी नहीं होनी चाहिए, ऐसी डील पर गोपनीयता जरूरी होती है।

उन्होंने कहा कि कुछ टेक्निकल मामलों पर रहस्य केवल कॉमर्शियल एग्रीमेंट के कुछ कारण हैं। मैकरॉन आगे कहते हैं, भारत सरकार इस डील पर उठ रहे सवालों के विवाद के बीच विपक्ष के साथ संवाद में कुछ बारीकियों पर से पर्दा उठाना चाहती है तो फ्रांस सरकार को कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच राफेल डील एक अच्छे माहौल में हुई है। यह डील भारत की सुरक्षा के लिहाज से बहुत जरूरी है। राफेल डील भारत और फ्रांस के बीच आपसी सहमति के बाद हुई है। मैकरॉन ने कहा कि समझौके के वक्त भारत सरकार ने अपना पक्ष मजबूती से रखा था।

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