अजय देवगन को पूर्व CM सिद्धारमैया का जवाब-हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा कभी न थी न होगी, जानिए क्या है विवाद

Thursday, Apr 28, 2022 - 01:10 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हिंदी के राष्ट्रभाषा को लेकर बॉलीवुड स्टार अजय देवगन और कन्नड़ अभिनेता सुदीप किच्चा के बीच छिड़े विवाद में अब कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी कूद पड़े हैं। अजय देवगन के 'हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा थी और रहेगी' के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि ना तो हिंदी उनकी कभी राष्ट्रभाषा थी और ना ही कभी रहेगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की भाषाई विविधता का सम्मान करना हर भारतीय का कर्तव्य है। सिद्धारमैया ने कहा कि उन्हें कन्नड़ होने पर गर्व है।

सिद्धारमैया ने अजय देवगन को जवाब देते हुए ट्वीट किया, हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा कभी नहीं थी और न कभी होगी। हमारे देश की भाषाई विविधता का सम्मान करना प्रत्येक भारतीय का कर्तव्य है। प्रत्येक भाषा का अपना समृद्ध इतिहास होता है, जिस पर लोगों को गर्व होता है। मुझे कन्नड़ होने पर गर्व है !!

क्या है पूरा विवाद
हिंदी भाषा को लेकर यह विवाद तब शुरू हुआ जब सुदीप ने KGF 2 को अखिल भारतीय फिल्म कहे जाने पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है। किच्चा सुदीप ने कहा था कि पैन इंडिया फिल्में कन्नड़ में बन रही हैं, मैं इसपर एक छोटा सा करेक्शन करना चाहूंगा। हिंदी अब नेशनल लैंग्वेज नहीं रह गई है। आज बॉलीवुड में पैन इंडिया फिल्में की जा रही हैं। वह तेलुगू और तमिल फिल्मों का रीमेक बना रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी स्ट्रगल कर रहे हैं। आज हम वे फिल्में बना रहे हैं जो दुनियाभर में देखी जा रही हैं।
सुदीप किच्चा के इस बयान से बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन ने नाराजगी जताई।

कन्नड़ अभिनेता को जवाब देते हुए अजय देवगन ने कहा कि "किच्चा सुदीप, मेरे भाई, आपके अनुसार अगर हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है तो आप अपनी मातृभाषा की फिल्मों को हिंदी में डब करके क्यों रिलीज करते हैं? हिंदी हमारी मातृभाषा और राष्ट्रीय भाषा थी, है और हमेशा रहेगी। जन गण मन।"अजय देवगन की प्रतिक्रिया पर किच्चा ने फिर टिप्पणी किया और लिखा कि  "सर, जिस कॉन्टेक्स्ट में मैंने वह बात कही, मुझे लगता है कि मेरी उस बात को बहुत अलग तरीके से लिया गया है। शायद मैं अपनी बात को बेहतर ढंग से आपके सामने तभी रख सकूं, जब मैं आपसे मिलूंगा। मेरी बात को कहने का मतलब यह नहीं था कि मैं किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाऊं, उत्तेजित करूं या फिर किसी विवाद को बढ़ावा दूं। मैं ऐसा क्यों ही करूंगा सर।"

 

वहीं एक अन्य ट्वीट में किच्चा ने लिखा, मैं अपने देश की हर भाषा की इज्जत करता हूं। मैं इस टॉपिक को आगे नहीं बढ़ाना चाहता हूं। यह यहीं खत्म हो जाए। जैसा कि मैंने कहा कि मेरे कहने का मतलब वह नहीं था, जो समझा जा रहा है। आपको ढेर सारा प्यार और शुभकामनाएं। उम्मीद करता हूं कि आपसे मैं जल्द ही मिलूं।

Seema Sharma

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