पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस का लंबी बीमारी के बाद आज निधन, PM मोदी ने जताया शोक

Wednesday, Jan 30, 2019 - 12:40 AM (IST)

नेशनल डेस्कः पूर्व रक्षा मंत्री एवं प्रख्यात समाजवादी नेता जॉर्ज फर्नांडिस का मंगलवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। ताउम्र एक समाजवादी नेता रहे फर्नांडिस अपने राजनीतिक कदमों के लिए भी लोकप्रिय रहे, जहां 1977 में उद्योग मंत्री के तौर पर कोका कोला को देश से बाहर का रास्ता दिखाया, वहीं 1999 में रक्षा मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ करगिल युद्ध लड़ा। आपातकाल के दौरान बिखरे बाल और हाथ में बेड़ी वाली उनकी एक तस्वीर उस दौर की सबसे यादगार तस्वीरों में एक है। फर्नांडिस की करीबी सहयोगी जया जेटली ने बताया कि वह अल्जाइमर बीमारी से पीड़ित थे, जिस कारण वह पिछले कई वर्षों से सार्वजनिक जीवन से दूर थे। हाल में उन्हें स्वाइन फ्लू भी हो गया था। उन्होंने बताया कि फर्नांडिस का यहां उनके आवास पर निधन हुआ। फर्नांडिस के परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटा है।

फर्नांडिस के जीवन पर एक नजर

  • फर्नांडिस का जन्म 1930 में कर्नाटक के एक ईसाई परिवार में हुआ था।

  • वे हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, मराठी, कन्नड़, उर्दू, मलयाली, तुलु, कोंकणी और लैटिन भाषा जानते थे।

  • 1974 में मुम्बई में मजदूर संघ के नेता के तौर पर रेल हड़ताल का आह्वान कर वह चर्चा में आए, जिससे देश में बंद की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।

  • दिलचस्प बात यह है कि 1989 में वी.पी. सिंह के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय मोर्चा सरकार में फर्नांडिस रेल मंत्री बने।

  • आरएसएस का घोर आलोचक होने के बावजूद फर्नांडिस 1998 से 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग सरकार में शामिल हुए, जिसमें उन्हें रक्षा मंत्री का पद दिया गया।

  • रक्षा मंत्री के तौर पर उनके कार्यकाल में ही 1999 में भारत ने पाकिस्तान से करगिल युद्ध लड़ा।

  • उनके कार्यकाल में ही भारत ने 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण किया।

  • इंदिरा गांधी को मात देकर 1977 में सत्ता में आई जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार में वह उद्योग मंत्री भी रहे। इसके तुरंत बाद ही उद्योगपतियों के साथ उनकी तनातनी बढ़ गई और कोका-कोला तथा आईबीएम पर फर्नांडिस ने विदेशी मुद्रा विनिमय कानूनों के उल्लंघन के आरोप लगाए, जिसके चलते इन कंपनियों को भारत में अपना कारोबार समेटना पड़ा।

  • ‘कोका कोला’ की जगह ‘77’ नामक एक स्थानीय ड्रिंक ने ली।

  • फर्नांडिस 2009 लोकसभा चुनाव में हार के बाद लगभग राजनीतिक रूप से निष्क्रिय होते चले गए। हालांकि, 2009-10 में वह राज्यसभा के सदस्य रहे।

पीएम मोदी-राहुल ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाजवादी नेता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह स्पष्टवादी तथा निडर थे जो हमेशा अपनी विचारधारा पर अडिग रहे। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक दूरदर्शी रेल मंत्री और एक महान रक्षा मंत्री जिसने भारत को सुरक्षित और मजबूत बनाया। अपने कई वर्षों के सार्वजनिक जीवन में वह अपनी विचारधारा पर अडिग रहे। उन्होंने आपातकाल का जोरदार विरोध किया। उनकी सादगी और विनम्रता उल्लेखनीय थी।’’ फर्नांडिस ने आपातकाल के विरोध में विपक्षी दलों के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसने 1977 में इंदिरा गांधी को सत्ता से बाहर कर दिया। 1975-77 में आपातकाल के दौरान जब नागरिक स्वतंत्रता में कटौती की जा रही थी और विपक्ष का गला घोंटा जा रहा था तो फर्नांडिस को तथाकथित बड़ौदा डाइनामाइट मामले में गिरफ्तार किया गया था।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी फर्नांडिस के निधन पर शोक जाहिर कर उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना व्यक्त की। गांधी ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी संवेदना है।

Seema Sharma

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