कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ शेख का बयान - औरंगजेब एक पवित्र व्यक्ति, उसे केवल राजनीति के लिए बदनाम किया जा रहा
punjabkesari.in Monday, Jun 23, 2025 - 02:59 PM (IST)

नेशनल डेस्क : महाराष्ट्र में एक बार फिर मुगल बादशाह औरंगजेब को लेकर बहस छिड़ गई है। कुछ महीने पहले फिल्म 'छावा' की रिलीज के बाद यह मुद्दा सुर्खियों में आया था, और अब फिर से नया विवाद सामने आया है। इस बार विवाद की वजह बने हैं मालेगांव विधानसभा से कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ शेख, जिन्होंने औरंगजेब को 'बहुत पवित्र व्यक्ति' बताया है।
क्या कहा आसिफ शेख ने?
आसिफ शेख ने अपने बयान में कहा, 'औरंगजेब एक बहुत ही पवित्र व्यक्ति था। उसे केवल राजनीति के लिए बदनाम किया जा रहा है। उसने कभी राजसी ठाट-बाट नहीं अपनाया, बल्कि खुद टोपी सिलकर और मेहनत से दो वक्त की रोटी कमाई।' आसिफ शेख ने यह भी कहा कि औरंगजेब सभी धर्मों का सम्मान करता था और वह सद्भाव के साथ सबके साथ पेश आता था। उनके मुताबिक,
'आज महाराष्ट्र में औरंगजेब के नाम पर सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए अफवाहें फैलाई जा रही हैं। लोगों को भड़काया जा रहा है और यह सब वोट पाने के लिए किया जा रहा है।'
कौन हैं आसिफ शेख?
आसिफ शेख पहले कांग्रेस पार्टी से मालेगांव सीट से विधायक रह चुके हैं। बाद में वह कांग्रेस छोड़कर शरद पवार की पार्टी एनसीपी में शामिल हो गए थे। हालांकि, वह वहां भी ज्यादा समय तक नहीं टिके और अंततः पार्टी छोड़ दी। फिलहाल, आसिफ शेख किसी भी राजनीतिक दल में सक्रिय नहीं हैं।
पिछला विवाद कब हुआ था?
फरवरी 2025 में फिल्म 'छावा' रिलीज हुई थी, जो छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित थी। फिल्म के रिलीज होते ही औरंगजेब को लेकर सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक बहस छिड़ गई थी। उस दौरान औरंगजेब के खुल्दाबाद स्थित मकबरे को गिराने की मांग उठी थी। इसके चलते नागपुर समेत कई जगहों पर विरोध-प्रदर्शन और हिंसा भी देखने को मिली थी।
फिर से गरमाया मुद्दा
अब तीन महीने बाद एक बार फिर औरंगजेब का नाम महाराष्ट्र की राजनीति और सामाजिक माहौल में चर्चा का विषय बन गया है। आसिफ शेख के बयान के बाद राजनीतिक हलकों में प्रतिक्रिया तेज हो गई है। कुछ लोग इसे इतिहास को गलत ढंग से पेश करने की कोशिश बता रहे हैं, तो कुछ इसे सांप्रदायिक सौहार्द्र का संदेश कह रहे हैं।