विदेशी आतंकियों ने ली स्थानीय आतंकियों की जगह : आईजी पुलिस

Wednesday, Aug 30, 2017 - 05:15 PM (IST)

श्रीनगर : कश्मीर संभाग के पुलिस महानिरीक्षक (आई.जी.पी.) मुनीर अहमद खान ने आज कहा कि आतंकी विरोधी मोर्चे पर सुरक्षाबलों द्वारा सफल हस्तक्षेप के बाद स्थानीय आतंकी छिप गए है और उनकी जगह विदेशी आतंकियों ने ले ली है। हालांकि, उन्होने कहा कि विदेशी आतंकी अब घाटी में अपनी मौजूदगी को दिखाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों के सफल अभियानों निजमें उन्होने लश्कर-ए-तोयबा और हिजबुल मुझाहिदीन के शीर्ष कमांडरों को मार गिराया की वजह से आतंकी छिप गए हैं और जीवित रहने के अन्य तरीकों की तलाश में हैं।


आज यहां पुलिस कंट्रोल रुम परिसर मे सफाई अभियान से इतर आई.जी. ने पत्रकारों को बताया कि वह छिप गए हैं और हमारे पास रिपोर्ट है कि वह ऊपरी इलाकों में चले गए हैं। वह रिहायशी इलाकों में आजादी से घूम रहे थे जो अब बंद हो गया हैं। उन्होने अब विदेशी आतंकियों को जगह दी है चाहे वह जैश-ए-मोहम्मद हो या कोई अन्य समूह।
शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा कि 26 अगस्त को पुलवामा मुठभेड़ में तीन आतंकियों की मौत के बाद जैश के एक या दो समूह दक्षिण कश्मीर और श्रीनगर के बाहरी इलाकों में सक्रिय हैं।


पुलवामा हमले के बाद सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखे जाने के बारे में पूछे जाने पर आई.जी.पी. ने कहा कि सुरक्षाबल हमेशा अलर्ट रहते हैं। कोई हाई अलर्ट नही है, लेकिन पुलवामा घटना के बाद हमें ज्यादा सावधान रहना होगा। जैसे कि मानव शरीर नींद में जाता है, हमें नियमित रुप से हमारे जवानों और अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए कहना होता है। यह हमारे ड्रिल का हिस्सा हैं।


आतंकियों द्वारा मोबाइल फोन बंद करने की रिपोर्टों के बारे में खान ने कहा कि मोबाइल हो या न हो आतंकियों को मारा जाएगा। उन्होंने कहा कि हम 1990 से आतंकवाद का सामना कर रहे हैं। एक ऐसा चरण था जब कोई मोबाइल नहीं था, फिर भी आतंकियों को मार गिराया गया। अब ऐसा चरण है जिसमें मोबाइल है और आतंकी मारे जा रहे हैं। काम बंद नहीं हो जाता है। यदि एक बंद होता है दूसरा खुलता है और हम इस पर काम करते हैं।

 

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