भारत-चीन सीमा विवाद के बाद पहली बार दोनों देश के विदेश मंत्री करेंगे मुलाकात

Saturday, Sep 05, 2020 - 01:27 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पूर्वी लद्दाख में मई में सीमा पर पैदा हुए तनाव के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी अगले महीने मुलाकात कर सकते हैं। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की वार्ता के दौरान इन दोनों के बीच सीमा विवाद पर चर्चा होने की संभावना है। माना जा रहा है कि चीन इस मुलाकात के लिए इच्छुक है, लेकिन अभी तक भारत की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है।

वहीं इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मास्को में अपने चीनी समकक्ष वेई फेंगही से मुलाकात की। दोनों ने पूर्वी लद्दाख में सीमा पर बढ़ते तनाव को कम करने के तरीकों पर चर्चा की। रक्षा मंत्री कार्यालय ने बताया कि राजनाथ सिंह और वेई फेंगही के बीच शुक्रवार को दो घंटे से अधिक समय तक बैठक हुई जिसमें पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव को कम करने पर ध्यान केन्द्रित रहा। 

रक्षा मंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर लिखा कि रक्षा मंत्री ने कहा कि मौजूदा स्थिति को ज़िम्मेदारी के साथ संभाला जाना चाहिए और किसी भी पक्ष को आगे ऐसी कोई कार्रवाई नहीं करनी चाहिए जो स्थिति को जटिल बनाए। राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा कि चीनी सैनिकों की कार्रवाई, बड़ी संख्या में सैनिकों को इकट्ठा करना, उनका आक्रामक व्यवहार और एकतरफा ढंग से यथास्थिति को  बदलने की कोशिश द्विपक्षीय समझौतों के उल्लंघन में थे। बता दें कि पूर्वी लद्दाख में मई में सीमा पर हुए तनाव के बाद से दोनों ओर से यह पहली उच्च स्तरीय आमने सामने की बैठक थी। 

इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल गतिरोध दूर करने के लिए चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ टेलीफोन पर बातचीत कर चुके हैं। सूत्रों ने बताया कि वार्ता के दौरान सिंह ने पूर्वी लद्दाख में यथा स्थिति को बनाए रखने और सैनिकों को तेजी से हटाने पर जोर दिया। रूस की राजधानी मास्को में एक प्रमुख होटल में रात करीब साढ़े नौ बजे (भारतीय समयानुसार) वार्ता शुरू हुई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल में रक्षा सचिव अजय कुमार और रूस में भारत के राजदूत डी बी वेंकटेश वर्मा भी थे।

 

vasudha

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