सुषमा-उमा के चुनाव न लड़ने की घोषणा के बाद BJP का बड़ा फैसला, +75 की उम्र सीमा खत्म की

Wednesday, Jan 09, 2019 - 10:37 AM (IST)

जालंधर(गुलशन): भाजपा ने लोकसभा चुनावों के मद्देनजर 75 साल की उम्र सीमा को खत्म करने का फैसला किया है। इस फैसले के बाद आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा के टकसाली नेता भी चुनाव लड़ेंगे। भाजपा की सीनियर नेत्रियों सुषमा स्वराज, उमा भारती व स्पीकर सुमित्रा महाजन द्वारा चुनाव न लडऩे की घोषणा करने के बाद भाजपा हाईकमान ने यह निर्णय लिया है। उल्लेखनीय है कि साल 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने 75 साल की उम्र के नेताओं को टिकटें नहीं दी थीं, जिनमें लाल कृष्ण अडवानी, मुरली मनोहर जोशी जैसे वरिष्ठ नेता शामिल थे। इसके बाद उन्हें एडजस्ट करने के लिए एक मार्गदर्शक मंडल का गठन किया गया।

सूचना के मुताबिक इस मंडल की आज तक एक भी मीटिंग नहीं हुई। इस दौरान कांग्रेस ने मार्गदर्शक मंडल पर टिप्पणी करते हुए कहा कि भाजपा ने यह ओल्ड एज होम बनाया है। इस बार लोकसभा चुनावों में काफी सख्त मुकाबला होने की उम्मीद है। भाजपा कोई भी रिस्क लेने के मूड में नहीं है इसलिए भाजपा नए चेहरों की बजाय पुराने दिग्गज नेताओं को दोबारा चुनाव मैदान में उतारने की योजना बना रही है। इंदौर से 8 बार चुनाव जीतने वाली लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने अपनी सेहत का हवाला देते हुए इस बार चुनाव न लड़ने की बात कही है। इससे पहले भी 2 सीनियर भाजपा की सीनियर नेत्रियों सुषमा स्वराज (66) और उमा भारती (59) ने भी लोकसभा चुनाव न लड़ने की इच्छा जताई है।

वहीं, दूसरी तरफ सूत्रों का कहना है कि 2019 में होने वाले चुनावों में भाजपा शिवराज सिंह चौहान (59), रमन सिंह (66), वसुंधरा राजे (66) जैसे दिग्गज नेताओं को भी लोकसभा चुनावों में उतार सकती है। लाल कृष्ण अडवानी, मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं को साइड लाइन करने के बाद 2015 में सीनियर भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने कहा था कि भाजपा लीडरशिप ने तो 75 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं का ब्रेन डैड करार दे दिया है लेकिन इस बार भाजपा चुनावों में इन्हीं उम्रदराज व तजुर्बेकार नेताओं को मोहरा बनाएगी। उम्र सीमा के तहत ही मध्य प्रदेश सरकार में बाबू लाल गौर और सरताज सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया था।

Seema Sharma

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