कांग्रेस संवैधानिक संस्थाओं पर अंगुली उठाने की बजाए चुनाव पर ध्यान दे : भाजपा

Friday, Oct 13, 2017 - 06:24 PM (IST)

नई दिल्ली : हिमाचल प्रदेश के साथ गुजरात विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा नहीं किए जाने की कांग्रेस की आलोचनाओं को सिरे से खारिज करते हुए भाजपा ने कहा कि 2007 और 2012 में भी इन दोनों राज्यों के चुनाव की तिथियों के बीच अंतर था जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, ऐसे में कांग्रेस को संवैधानिक संस्थाओं पर अंगुली नहीं उठानी चाहिए।

केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकार प्रसाद ने कहा कि साल 2007 में हिमाचल प्रदेश में 20 अक्तूबर को चुनाव हुए और गुजरात में 21 नवंबर 2007 को चुनाव हुए। साल 2012 में हिमाचल प्रदेश में 10 अक्तूबर को चुनाव हुए और गुजरात में 17 नवंबर 2012 को चुनाव हुए। उन्होंने कहा, ‘‘ अब 2007 और 2012 में किसकी सरकार थी, यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है।’’

उल्लेखनीय है कि 2007 और 2012 में केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस को उपयुक्त तरीके से गुजरात में चुनाव लडऩा चाहिए और चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं पर अंगुली नहीं उठानी चाहिए। हिमाचल प्रदेश के साथ गुजरात विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित नहीं करने पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस ने कल आरोप लगाया था कि सरकार ने आयोग पर दबाव बनाया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि गुजरात चुनाव के कार्यक्रम घोषित करने में देरी इसलिए की गई ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 अक्तूबर को अपने गृह राज्य के दौरे के दौरान लोकलुभावन घोषणाएं कर फर्जी सांता क्लॉज के तौर पर पेश आएं और जुमलों का इस्तेमाल करें।

कांग्रेस ने कहा था कि यदि गुजरात चुनाव के कार्यक्रम अभी घोषित कर दिए गए होते तो राज्य में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई होती। बहरहाल, राहुल गांधी की गुजरात यात्रा पर चुटकी लेते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि राहुल गांधी जिस आस्था के साथ मंदिरों में जा रहे हैं, उससे मुझे कौतुहल हो रहा है। यहां तक की आरती कैसे की जाए, यह उन्हें कांग्रेस के दूसरे नेता बता रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हम राहुल गांधी को कहना चाहते हैं कि केवल प्रभु के दर्शन करने से वोट नहीं मिलता है, वोट काम करने से मिलता है। उन्होंने कहा कि पूरे सरदार सरोबर परियोजना से पानी निकलने से रोकने में कांग्रेस ने जिस तरह का षडयंत्र किया, वह लोगों के सामने है। गुजरात, राजस्थान और मध्यप्रदेश राज्य को पानी की सबसे अधिक जरूरत थी, वहां कांग्रेस ने विशुद्ध राजनीति से इस कार्य को बाधित करने का काम किया।

संप्रग की तत्कालीन सरकार ने बांध के कार्य में बाधा डालने का हर कदम उठाया। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी पूजा करें, लेकिन जनता उनसे काम का हिसाब मांगेगी। राहुल गांधी द्वारा कवि दुष्यंत कुमार को उद्धृत करने के बारे में एक सवाल के जवाब में भाजपा नेता ने कहा कि दुष्यंत कुमार को राहुल गांधी कितना जानते हैं, यह देश भी जानना चाहता है।

पटना में एक कार्यक्रम में सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को अब तक आमंत्रित नहीं किए जाने पर उनके बयान के बारे में पूछे जाने पर प्रसाद ने कहा कि मैं लम्बे समय तक पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहा हूं, लेकिन मैंने शत्रुघ्न सिन्हा के बयान पर कभी कोई टिप्पणी नहीं की और आज भी नहीं करूंगा।  

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