वायु सेना खालिया टॉप में बना सकती है फायरिंग रेंज

Monday, Oct 22, 2018 - 05:20 PM (IST)

पिथौरागढ़: भारतीय वायु सेना पिथौरागढ़ जिले में भारत-चीन सीमा पर मुनस्यारी के निकट स्थित पर्यटन स्थल खालिया टॉप में एक फायरिंग रेंज स्थापित करने की योजना बना रही है। इस परियोजना से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि 1962 युद्ध के बाद से सीमा के पास भारत की तरफ यह पहली बड़ी सामरिक ढांचागत परियोजना होगी।

आइएएफ के एयर मार्शल देवेंदर सिंह रावत ने कहा, ‘वायु सेना को सुरक्षा कारणों से इस क्षेत्र में एक फायरिंग रेंज की जरूरत है और मुनस्यारी शहर के पास स्थित खालिया टॉप अपनी उचित ऊंचाई के कारण इसके लिए बिल्कुल ठीक है।’ रावत ने इस प्रस्ताव पर स्थानीय लोगों की राय लेने के लिए हाल में वायु सेना के अफसरों की एक टीम के साथ 12500 फुट ऊंचे खालिया टॉप का दौरा किया। खालिया टॉप एक बुग्याल (घास का मैदान) है और उसके और भारत-चीन सीमा के बीच हवाई दूरी करीब 41 किलोमीटर है। हालांकि स्थानीय लोग इस योजना के विरोध में हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि फायरिंग रेंज बनने से यह पर्यटन स्थल बेकार हो जाएगा और यहां के स्थानीय युवा बेरोजगार हो जाएंगे।

खालिया टॉप मुन्स्यारी शहर का एकमात्र पर्यटन आकर्षण है जो प्रतिवर्ष पचास हजार पर्यटकों को आकर्षित करने के साथ ही सैकड़ों स्थानीय युवाओं को रोजगार भी देता है। मुनस्यारी की सामाजिक कार्यकर्ता और शहर में होम स्टे चलाने वाली मल्लिका विरदी ने कहा कि स्थानीय लोगों ने वायु सेना की टीम से अनुरोध किया है कि वे फायरिंग रेंज के लिए इसी उंचाई के किसी और स्थान का चयन कर लें। हालांकि, एयर मार्शल रावत ने कहा कि फायरिंग रेंज बनने से क्षेत्र की पारिस्थितिकी को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा क्योंकि यहां केवल दो माह-अक्टूबर और नवंबर में ही केवल तीन किलो वजन के डमी बमों से अभ्यास किया जाएगा और इन बमों से निकलने वाला धुआं भी कुछ सैकंड में ही अदृश्य हो जाता है।  

shukdev

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