असम में आग: कुएं के पास मिले दो दमकलकर्मियों के शव, प्रधानमंत्री ने दिया मदद का आश्वासन

Wednesday, Jun 10, 2020 - 05:20 PM (IST)

गुवाहाटीः असम के तिनसुकिया जिले में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम ‘ऑयल इंडिया' के जिस बागजान कुएं में पिछले 15 दिन से गैस के अनियंत्रित रिसाव के बाद भीषण आग लगी है, उसके पास पानी वाले क्षेत्र के निकट कंपनी के दो दमकलकर्मी मृत पाए गए हैं। ‘ऑयल इंडिया' के प्रवक्ता त्रिदिव हजारिका ने बताया कि आग लगने के बाद दो दमकलकर्मी मंगलवार को लापता हो गए थे और एनडीआरएफ के एक दल ने बुधवार सुबह उनके शव बरामद किए। उन्होंने कहा, ‘‘उनके शव आग लगने वाली जगह के निकट पानी वाले क्षेत्र से बरामद किए गए। पहली नजर में लगता है कि वे पानी में कूद गए और डूब गए क्योंकि उनके शरीर पर जलने का कोई निशान नहीं हैं। उनकी मौत की असल वजह जांच के बाद ही पता चल पाएगी।''

अधिकारी ने बताया कि दोनों की पहचान दुरलोव गोगोई और टीकेश्वर गोहेन के रूप में की गई है और दोनों कंपनी के अग्निशमन विभाग में सहायक ऑपरेटर हैं। गोगोई एक जाना-माना फुटबॉल खिलाड़ी था, जिसने अंडर-19 और अंडर-21 वर्गों की कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में असम का प्रतिनिधित्व किया था। वह ‘ऑयल इंडिया' की फुटबॉल टीम का गोलकीपर था। इस आग को बुझाने के प्रयास में ओएनजीसी का एक दमकलकर्मी मामूली रूप से झुलस गया था। ‘ऑयल इंडिया' ने कहा है कि इस आग को बुझाने में चार सप्ताह लग जाएंगे।

प्रधानमंत्री ने दिया मदद का आश्वासन
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल को ऑयल इंडिया के बागजन तेल कुएं में आग लगने की घटना के पीड़ितों को हरसंभव मदद देने का बुधवार को आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक बयान के मुताबिक सोनोवाल की प्रधानमंत्री मोदी के साथ टेलीफोन पर बातचीत हुई। सोनोवाल ने मोदी को घटना की ताजा स्थिति से अवगत कराया और आग के फैलने के बारे में जानकारी दी।

सोनोवाल ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बागजन आग त्रासदी के बारे में फोन पर पूरी जानकारी दी। उन्हें पेट्रोलियम मंत्रालय, ऑयल इंडिया लिमिटेड और राज्य सरकार की मशीनरी द्वारा उठाये गये आपात कदमों के बारे में भी बताया गया। उन्होंने स्थिति को काबू में लाने और पीड़ितों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।'' सोनोवाल ने इस हादसे में हुई लोगों की मौत पर खेद प्रकट किया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय से पीड़ितों को मुआवजा दिए जाने की अपील की है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री से अनुरोध करता हूं कि वह उनके परिवार को पर्याप्त मुआवजा दे क्योंकि उन्होंने अपना कर्तव्य निभाते हुए अपनी जान की कुर्बानी दी। मैं मंत्रालय से दोनों परिवारों के एक-एक सदस्य को रोजगार देने का अनुरोध करता हूं।''

सोनोवाल ने कहा कि स्थल पर मौजूद आईओएल के चार कर्मी पानी में कूदे थे, लेकिन दो ही जीवित बचे। सोनोवाल ने गुवाहाटी में कहा, ‘‘हम निकटवर्ती गांवों में रह रहे सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। हम उनके नुकसान के लिए उन्हें पर्याप्त मुआवजा देंगे।'' राज्य के उद्योग मंत्री चंद्र मोहन पटवारी हालात का जायजा लेने के लिए तिनसुकिया पहुंच गए हैं। ओआईएल के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘कई मकान, वाहन, छोटे उद्यान और कुछ वनक्षेत्र जल गए हैं। हम आग लगने के कारण हुए नुकसान का सटीक अनुमान लगाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन आग के अभी भीषण होने और तापमान अधिक होने के कारण यह काम मुश्किल हो गया है।''

ओआईएल के दमकलकर्मियों के अलावा, थलसेना, वायुसेना, ओआईसी और असम गैस कंपनी के दमकलकर्मी भी आग को और फैलने से रोकने की कोशिश कर रहे है। कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया कि आग लगने के कुछ ही देर बाद बागजान में और इसके आस-पास ओआईएल कर्मियों पर स्थानीय लोगों ने हमला किया था, जिसमें कई कर्मी घायल हो गए थे।

 

Yaspal

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