क्या आपको पता है? कितने बैंक खाते हैं आपके नाम, ऐसे करें पता और बंद करवाए फर्जी खाते
punjabkesari.in Tuesday, Oct 08, 2024 - 01:34 PM (IST)
नेशनल डेस्क: आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कोई भी आपके नाम से बैंक खाता खोल सकता है। जी हां ये बात बिलकुल सच है कि कोई भी आपके नाम से बैंक खाता खोल कर उसका इस्तेमाल गैर कानूनी कामों के लिए कर सकता है। ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां एक व्यक्ति के नाम पर कई बैंक खाते होते हैं और उसे इस बात का पता तक नहीं होता। आइए जानते हैं कि आप कैसे जांच सकते हैं कि आपके नाम से कोई फर्जी खाता तो नहीं खुला है।
ऐसे करें अपने खाते की जांच
1. क्रेडिट रिपोर्ट जांचें
अपनी क्रेडिट रिपोर्ट नियमित रूप से जांचें। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अचानक गिरता या बढ़ता है, तो सतर्क हो जाएं और बैंक से जानकारी लें।
2. बैंक स्टेटमेंट की जांच करें
हर दो-चार महीने में अपने बैंक स्टेटमेंट की जांच करें। अगर कोई लेनदेन संदिग्ध लगे, तो तुरंत बैंक से संपर्क करें।
3. बैंक से करें संपर्क
आप सीधे बैंक जाकर पूछ सकते हैं कि आपके नाम से कितने खाते हैं। बैंकों के पास ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जिससे यह आसानी से पता लगाया जा सकता है।
4. डेबिट और क्रेडिट कार्ड शुल्क की जांच
अपने कार्ड के शुल्क की जांच करें। अगर आपके कार्ड से ज्यादा शुल्क काटा जा रहा है, तो सतर्क हो जाएं।
5. आधार से लिंक खाते की जांच
UIDAI की वेबसाइट पर जाकर आप जान सकते हैं कि आपके आधार से कितने बैंक खाते लिंक हैं। यदि एक से अधिक खाते मिलें, तो तुरंत बैंक में शिकायत करें।
6. मोबाइल नंबर से लिंक खाते की जांच
अपने मोबाइल नंबर से लिंक खातों की भी जांच करें। यदि कोई गड़बड़ी मिले, तो तुरंत बैंक को सूचित करें।
फर्जी खाता मिलने पर क्या करें?
अगर आपको आपके नाम से कोई फर्जी खाता मिलता है, तो तुरंत बैंक को सूचित करें और उस खाते को बंद कराने के लिए लिखित शिकायत दें।
फर्जीवाड़े से बचने का तरीका
फर्जीवाड़े से बचने के लिए अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ साझा न करें, जैसे आधार नंबर, पैन कार्ड, और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज। फर्जीवाड़ा करने वाले लोग आपकी जानकारी का इस्तेमाल कर फर्जी खाता खोल लेते हैं।
फर्जी खातों का कारण
फर्जी बैंक खातों का मुख्य उद्देश्य अवैध लेनदेन करना होता है। इन खातों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य अपराधों में किया जाता है। ऐसे लोग चाहते हैं कि पुलिस या अन्य एजेंसियों की नजरों से बच सकें। इसलिए जरूरी है कि आप समय-समय पर अपने बैंक खातों की स्थिति जांचें।
कुछ फर्जी खातों के मामले
बता दें कि सिर्फ उत्तर प्रदेश से ही काफी फर्जी खातों के मामले सामने आ चुके हैं। जहां कुछ समय पहले ही एक गैंग का खुलासा हुआ था, जो दूसरों के दस्तावेजों का इस्तेमाल करके खाते खोलता और उन्हें बेचता था। एक मामला मुजफ्फरनगर से सामने आया था, जहां एक बेरोजगार युवक को बताया गया कि उसके नाम पर 250 करोड़ का जीएसटी टर्नओवर है, जो दरअसल एक फर्जी खाता से जुड़ा था। वहीं, बस्ती जिले के एक मजदूर के खाते में अचानक 2 अरब 21 करोड़ रुपए आ गए, जो फर्जी खाता खोलकर जमा किए गए थे। इसके अलावा नोएडा में एक मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया गया, जो फर्जी दस्तावेजों से बैंकों में धोखाधड़ी कर रहा था।
बैंकों की सुरक्षा प्रक्रियाएं
कई बैंक ग्राहकों के दस्तावेजों की ई-केवाईसी प्रक्रिया करते हैं। संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखते हुए बैंक तुरंत कार्रवाई करते हैं। अगर कोई गलत लेनदेन होता है, तो तुरंत एफआईआर दर्ज कराई जाती है और साइबर सेल को सूचित किया जाता है। यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण है, ताकि आप फर्जी खातों से बच सकें और अपनी वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।