दीपावली के बाद रेल से अपने माता-पिता को खोजने निकल सकती है गीता

Sunday, Oct 23, 2016 - 08:25 PM (IST)

इंदौर: गलती से सीमा लांघने के बाद पाकिस्तान में दशक भर से ज्यादा वक्त गुजारकर भारत लौटी मूक-बधिर युवती गीता के माता-पिता की खोज के प्रयास तेज करते हुए सरकार दीपावली के बाद उसे रेल से कुछ स्थानों की यात्रा करा सकती है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गीता से मुलाकात के दौरान आज यहां इस आशय के संकेत दिए। स्वदेश वापसी के बाद यह युवती साल भर से इंदौर की गैर सरकारी संस्था ‘मूक बधिर संगठन’ के आवासीय परिसर में रह रही है।   

संस्था की संचालक मोनिका पंजाबी वर्मा ने एक समाचार एजेंसी को बताया,‘सुषमा ने शहर के एक होटल में गीता से भावपूर्ण मुलाकात की। इस दौरान विदेश मंत्री ने संकेत दिये कि उसके माता पिता की खोज के लिए उसे दीपावली के बाद कुछ ऐसे स्थानों की यात्रा करायी जा सकती है, जो सांकेतिक भाषा में उसके दिये ब्यौरे से मेल खाते हैं।’ उन्होंने उन स्थानों के नाम का खुलासा नहीं किया जहां गीता का रेल के जरिए पहुंचना प्रस्तावित है। हालांकि, गैर सरकारी संस्था की संचालक ने बताया कि गीता की रेल यात्रा का प्रस्ताव जून में भी सामने आया था। लेकिन संभवत: बारिश शुरू होने के चलते तब यह सिरे नहीं चढ़ सका था।   

मोनिका ने बताया कि करीब 45 मिनट की मुलाकात के दौरान सुषमा और गीता एक दूसरे को सामने पाकर काफी खुश हुईं। इस दौरान विदेश मंत्री ने गीता को दीपावली के तोहफे के तौर पर मिठाई, शॉल और सलवार सूट दिए, जबकि गीता ने उन्हें कुछ वस्त्र भेंट किये जिन पर इस मूक बधिर युवती ने खुद कढ़ाई की है। उन्होंने बताया कि जब गीता पाकिस्तान से भारत लौटी, तब वह पूरी तरह निरक्षर थी। उनकी गैर सरकारी संस्था में उसे हिन्दी, अंग्रेजी और गणित पढ़ाया जा रहा है। मुलाकात के दौरान विदेश मंत्री ने उसकी पढ़ाई की प्रगति की जानकारी ली और उसकी अभ्यास पुस्तिकाएं भी देखीं।  

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