MP: CAA के समर्थन में प्रदर्शन के दौरान महिला डिप्टी कलेक्टर पर हमला, खींचे बाल

Sunday, Jan 19, 2020 - 09:05 PM (IST)

नेशनल डेस्कः राजगढ़ की कलेक्टर निधि निवेदिता एवं उनके अधीनस्थ काम कर रहीं डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने राजगढ़ जिले के ब्यावरा में संशोधित नागिरकता कानून (सीएए) के समर्थन में धारा 144 लगाने के बाद भी रैली निकालने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को भारी तादाद में पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सामने कथित रूप से रविवार को चांटे मारे। इससे नाराज प्रदर्शनकारियों ने इन दोनों अधिकारियों से भी बदसलूकी की और डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा की चोटी खींचने के साथ-साथ उसके कमर में बहुत तेज से लात भी मारी। इस सारी घटना के कुछ वीडियो भी वायरल हो गये हैं। हालांकि, डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने ‘भाषा' को फोन पर बताया कि हमने कोई हाथापाई नहीं की है।


कलेक्टर निधि से भी इस बारे में उनका पक्ष जानने के लिए बार-बार फोन किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। वहीं, भाजपा ने इन दोनों अधिकारियों द्वारा सीएए के समर्थकों को पीटे जाने पर कहा कि आज का दिन लोकतंत्र के सबसे काले दिनों में गिना जायेगा। इसके अलावा, भाजपा ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने बताया, ‘‘हमने कोई हाथापाई नहीं की है। उन लोगों (प्रदर्शनकारियों) ने हमारे साथ बदसलूकी की। हम लोग हमारी ड्यूटी कर रहे हैं। जिले में धारा 144 लगी है। उसका उल्लंघन न हो और जिले में शांति व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं।''


उन्होंने कहा, ‘‘हमारी मजिस्ट्रेट ड्यूटी लगाई गई थी। हम लोग बेसिकली राजगढ़ में रहते हैं। सुबह से हमारी ब्यावरा में ड्यूटी लगाई गई थी। हम अपने-अपने तैनाती स्थल पर तैनात थे। उधर से भीड़ आई। उन्होंने मेरे साथ बदसलूकी की। मेरी पीछे से एक व्यक्ति ने चोटी खींच दी और एक व्यक्ति ने मेरी कमर में बहुत तेज लात भी मारी। उसके बाद ये सब कुछ हुआ है। यह दोपहर करीब दो-ढाई बजे की बात है।'' प्रिया ने बताया कि उसके बावजूद हम लोगों ने बोला की आप लोग यहीं बैठ जाइये। इतनी सारी वो भीड़ थी। हम 8-10 लोग ही थे। मैंने उनसे निवेदन किया कि आप लोग यहीं बैठ जायें। कुछ लोग बैठ भी गये थे। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों पर आज ब्यावरा में कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ।

प्रिया ने बताया, ‘‘हमने दो लोगों पर प्राथिमिकी भी दर्ज कराई है। इन दोनों ने मेरे साथ बदतमीजी की थी। उनकी पहचान कर ली गई है। एक का नाम भूपेन्द्र सिंह है। उसने मुझे लात मारी थी। वहीं, दूसरे व्यक्ति ने मेरे बाल खींचे थे। उसका फोटो आ गया है लेकिन अब तक मिल नहीं पाया है।'' उन्होंने कहा कि ब्यावरा में स्थिति अब शांतिपूर्ण है।

शिवराज सिंह ने साधा निशाना
इसी बीच, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, ‘‘आज का दिन लोकतंत्र के सबसे काले दिनों में गिना जायेगा। आज राजगढ़ में डिप्टी कलेक्टर साहिबा ने जिस बेशर्मी से सीएए के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को लताड़ा, घसीटा और चाँटे मारे, उसकी निंदा मैं शब्दों में नहीं कर सकता। क्या उन्हें प्रदर्शनकारियों को पीटने का आदेश मिला था?'' उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश में शासन-प्रशासन द्वारा कांग्रेस सरकार की चाटुकारिता के नये आयाम गढ़े जा रहे हैं। सरकार के तुगलकी फरमानों पर अमल में कौन रेस में पहले आता है, इसकी होड़ लगी है। कुछ अधिकारी भूल गए हैं कि वे किसी पार्टी के हुक्म बजाने के लिए नहीं बल्कि जनता की सेवा के लिये पद पर हैं।''

चौहान ने लिखा, ‘‘कलेक्टर मैडम, आप यह बताइये कि कानून की कौन सी किताब आपने पढ़ी है जिसमें शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे नागरिकों को पीटने और घसीटने का अधिकार आपको मिला है? सरकार कान खोलकर सुने ले, मैं किसी भी कीमत पर मेरे प्रदेशवासियों के साथ इस प्रकार की हिटलरशाही बर्दाश्त नहीं करूंगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘शासन-प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी गलती से भी यह न भूलें कि सरकारें पर्मानेंट नहीं होती हैं, वो बदलती हैं। बुराई का अंत और अच्छाई की विजय निश्चित है, इसलिए नागरिकों की सेवा की ज़िम्मेदारी, जो आपको मिली है, उसे निभाने में अपनी ऊर्जा, जज़्बा, जुनून और मेहनत लगाएँ।'' मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने आरोप लगाया कि राजगढ़ के ब्यावरा में सीएए समर्थन रैली में नागरिकों पर प्रशासन द्वारा लाठीचार्ज किया गया और इसकी निंदा भी की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ से दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।

 

 

 

Yaspal

Advertising