पिता ने दूध में जहर मिलाया, बच्चों को पिलाया, खुद भी पीया, हमेशा के लिए सो गया

Tuesday, Jul 30, 2019 - 03:33 AM (IST)

नई दिल्ली: मानसिक रूप से परेशान मुंडका में एक व्यक्ति ने अपने दो बच्चों के साथ दूध में जहरीला पदार्थ मिलाकर पी लिया। तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने पिता को मृत घोषित कर दिया। जबकि उसके बेटा-बेटी की हालत गंभीर है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस को मौके पर से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस मामला दर्ज कर परिवार वालों से पूछताछ कर रही है। 

मृत पिता अशोक परिवार के साथ बक्करवाला गांव मुंडका में रहता था और प्राइवेट जॉब करता था। पीसीआर को शाम पौने तीन बजे पड़ोसियों ने घर में अशोक और उसके बेटा-बेटी के फर्श पर अचेतावस्था में पड़े होने की सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची। तीनों को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया। पड़ोसियों ने ही अशोक के मायके और ससुराल वालों को हादसे की सूचना दी। एक महीने पहले ही पत्नी गई थी मायके: पड़ोसियों ने बताया अशोक की शादी 13 साल पहले कविता से हुई थी। दोनों मूलरूप से हरियाणा के रहने वाले हैं। उनके दस और 12 साल की बेटा व बेटी हैं। 

पिछले कुछ सालों से अशोक और कविता में छोटी छोटी बातों पर झगड़ा होता रहता था। कविता कई बार अपने मायके भी चली गई थी। इस बार वह जून में गई और लौटकर नहीं आई। अशोक ने कविता के पास कई फोन भी किए थे। पड़ोसियों ने बताया कि अशोक और कविता की आए दिन लड़ाई होती थी। वह कविता की पिटाई कर दिया करता था। कविता के चिल्लाने की आवाज घर से बाहर पड़ोसी भी सुनते थे।

पड़ोसियों ने कई बार दंपति के झगड़े की आवाजें सुनीं थी
बताया जा रहा है कि अशोक ने पत्नी से झगड़े के बाद यह आत्मघाती कदम उठाया। परिवार वाले और रिश्तेदार या पड़ोसी तक नहीं समझ पा रहे हैं कि एक पिता अपने बच्चों को कैसे जहर मिला दूध दे सकता है। दोपहर के वक्त जब बच्चों को भूख लगी तो अशोक ने उन्हें और खुद भी जहरीला दूध पी लिया। बताते हैं कि अशोक अपनी पत्नी के झगड़ों से दुखी था और उसके अलग होने पर काफी गुस्सा था।  पड़ोसियों ने बताया कि अशोक के मकान का मेन गेट काफी घंटे से खुला पड़ा था। लेकिन अंदर कोई हलचल नहीं हो रही थी। पड़ोसियों ने काफी देर तक खुद ही मकान में जाकर देखने की सोची। फर्श पर तीनों पड़े हुए थे। जिनके मुंह में से झाग निकल रहा था। पास ही गिलास और लक्ष्मण रेखा नामक दवाई पड़ी थी। जबकि कुछ दूध फर्श पर बिखरा हुआ भी था। 

Pardeep

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