''पिता'' ने एक्ट्रेस का कत्ल कर बंगले में दिया था गाड़, 13 साल बाद मिला इंसाफ, राजेश खन्ना के साथ बोल्ड सीन से हुई थीं फेमस
punjabkesari.in Thursday, May 09, 2024 - 10:32 PM (IST)
नेशनल डेस्कः मुंबई की सत्र अदालत ने परवेज टाक को 2011 में अपनी सौतेली बेटी और अभिनेत्री लैला खान, उनकी मां और लैला के चार भाई-बहनों की हत्या के लिए दोषी ठहराया। टाक को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत अन्य अपराधों के अलावा हत्या और सबूतों को नष्ट करने का दोषी पाया गया। अदालत सजा की अवधि पर 14 मई को दलीलें सुनेगी। टाक लैला की मां सेलिना का तीसरा पति था।
अभिनेत्री लैला, उनकी मां और उनके चार भाई-बहनों की फरवरी 2011 में महाराष्ट्र के नासिक जिले के इगतपुरी स्थित उनके बंगले में हत्या कर दी गई थी। अभियोजन पक्ष ने कहा था कि संपत्तियों पर बहस के बाद टाक ने पहले सेलिना की और फिर लैला और उनके चार भाई-बहनों की हत्या कर दी। हत्याओं का मामला कुछ महीने बाद सामने आया जब टाक को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार किया। सड़े गले शव बाद में बंगले से बरामद किए गए। अभियोजन पक्ष ने टाक के खिलाफ 40 गवाहों से पूछताछ की।
कौन थी लैला खान?
लैला खान के फिल्मी करियर की शुरुआत वर्ष 2002 में कन्नड फिल्म 'मेकअप' से हुई थी। हालांकि, उन्हें पहचान मिली राजेश खन्ना के साथ अभिनीत फिल्म 'वफा : ए डेडली लव स्टोरी' से। यह फिल्म 2008 में आई थी। हालांकि, बॉक्स ऑफिस पर यह फिल्म भी सुपर फ्लॉप रही थी। इस फिल्म की चर्चा सिर्फ इसके बोल्ड दृश्यों के कारण हुई थी। राजेश खन्ना और लैला खान के बीच कई बोल्ड दृश्य इस फिल्म में थे। इस फिल्म के फ्लॉप होने के बाद लैला सी ग्रेड फिल्मों में काम करने लगी।
इसलिए हुई थी हत्या
लैला खान और उनकी मां शेहलिना खान सहित उनके परिवार के पांच सदस्यों के लापता होने की रिपोर्ट लैला के पिता और उसकी मां के पहले पति नादिरशाह पटेल ने दर्ज कराई थी। शेहलिना खान (59), उनकी बड़ी बेटी अजमीना पटेल (32), दूसरी बेटी लैला (30), जुड़वां बच्चे जारा और इमरान (25) और एक अन्य रिश्तेदार रेशमा सगीर खान उर्फ टल्ली (19) की हत्या कर शवों को टाक ने फार्म हाउस में गाड़ दिया था। डीएनए परीक्षण के बाद कंकालों की पहचान हो सकी थी। टाक ने कथित तौर पर पुलिस को बताया था कि उसे अपनी पत्नी की उसके दूसरे पति आसिफ शेख से निकटता पसंद नहीं थी। हालांकि, पुलिस ने हत्या की वजह संपत्ति का विवाद होने की आशंका से भी इनकार नहीं किया था।
इस तरह हुई हत्या
टाक ने गवाही के दौरान घटनाक्रम बताते हुए कहा, “8 फरवरी को सभी ने बारबेक्यू किया। रात लगभग 1 बजे फार्महाउस की पहली मंजिल पर अपने कमरे में जाने से पहले उन्होंने संगीत पर डांस किया। कुछ देर बाद शेहलीना और उसके बीच तीखी नोकझोंक होने लगी। वे नीचे ग्राउंड फ्लोर पर आए और इसी दौरान उसने शेहलीना के सिर पर किसी कुंद वस्तु से वार किया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई और उसकी मौत हो गई। चीखें सुनकर अन्य लोग नीचे आ गए। उनसे भी मारपीट होने लगी तो मैंने शाकिर हुसैन को आवाज लगाई। शाकिर को मैं दो महीने पहले कश्मीर से फार्महाउस का चौकीदार बनाने के लिए लाया था। फिर हमने सभी की हत्या कर दी।