फरीदाबाद में रची गई खौफनाक साजिश, बहू को मार गली में दफनाया किसी को कानों कान खबर तक नहीं

punjabkesari.in Saturday, Jun 21, 2025 - 07:21 PM (IST)

National Desk : हरियाणा के फरीदाबाद से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक परिवार ने अपनी बहू की हत्या कर उसके शव को अपने ही घर के सामने की गली में खोदे गए गड्ढे में दफना दिया। सवाल ये उठता है कि इस परिवार ने इतनी बेरहमी से जुर्म को अंजाम कैसे दिया और आसपास के लोगों को इसका कोई अंदेशा क्यों नहीं हुआ? उस रात उस गली में ऐसा क्या हुआ जो सब कुछ अचानक बदल गया?

25 वर्षीय तन्नू राजपूत की शादी 2023 में 28 वर्षीय अरुण सिंह से हुई थी। वह अपने ससुराल वालों के साथ फरीदाबाद के पल्ला इलाके में रहती थी। लेकिन 25 अप्रैल को अचानक तन्नू घर से गायब हो गई। उसके पति अरुण ने पल्ला पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई कि उनकी पत्नी मानसिक रूप से कमजोर है और वह एक दिन पहले लापता हो गई है।

2 महीने तक गड्ढे में रही लाश

लगभग दो महीने तक यह परिवार अपने घर के सामने दफनाए गए शव और इस भयावह अपराध को छुपाने में सफल रहा। लेकिन जब तन्नू के पिता फरीदाबाद पहुंचे और घर के बाहर खुदे हुए गड्ढे के निशान देखे, तो उनके मन में शक पैदा हो गया। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की, और जांच के दौरान सामने आया सच सबको हिलाकर रख दिया।

असल में, तन्नू के परिवार ने पुलिस से संपर्क कर उसकी खोज को तेज करने की मांग की। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि तन्नू घर से भाग गई है और मामले में गड़बड़ी की संभावना जताई। शुक्रवार की सुबह पुलिस ने तन्नू के पति अरुण सिंह के पिता, 50 वर्षीय भूप सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया। कई घंटे की पूछताछ के बाद, उन्होंने माना कि तन्नू की हत्या कर उसके शव को घर के सामने दफना दिया गया है।

 

 

 

23 अप्रैल की वारदात, गली में खोदा गड्ढा
पूछताछ के दौरान यह पता चला कि तन्नू की हत्या 23 अप्रैल को की गई थी। इसके बाद रात के समय गड्ढा खोदकर शव को दफना दिया गया। स्थानीय लोगों को यह बताया गया कि गली में जलभराव होता है, इसलिए निकासी का काम किया जा रहा है। जब गली में रात का सन्नाटा छा गया, तब शव को गड्ढे में दबा दिया गया और बाद में मशीन की मदद से उस पर मिट्टी भर दी गई।

अपने अपराध को छुपाने के लिए इस परिवार ने मजदूरों को काम पर नहीं रखा और खुदाई व मिट्टी भरने का काम मशीन से कराया। पड़ोसियों के अनुसार, 22 अप्रैल को गली में एक शादी हुई थी और उसी के अगले दिन गड्ढा खोदने का काम शुरू हो गया था। उन्होंने गड्ढे के ऊपर प्लास्टिक की चादरें भी बिछा दीं, यह कहते हुए कि यह सुरक्षा के लिए है ताकि किसी दुर्घटना से बचा जा सके।

जेसीबी से की गई खुदाई, देखता रहा परिवार
जब जेसीबी की मदद से गड्ढे से शव निकाला गया, तब तन्नू के परिवार के सदस्य भी वहीं मौजूद थे। लगभग आठ फीट गहराई में तन्नू के अवशेष मिले, जिन्हें उसके कपड़ों से पहचाना गया। शव का पोस्टमार्टम बादशाह खान सिविल अस्पताल में किया गया है, जिसकी रिपोर्ट आने में लगभग एक सप्ताह का समय लगेगा।

पल्ला पुलिस स्टेशन के एसएचओ इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश ने बताया कि यह गड्ढा मूल रूप से अप्रैल में सीवर कनेक्शन के लिए खोदा गया था, क्योंकि इस इलाके में जल निकासी की सुविधा नहीं थी। परिवार ने गड्ढे को रेत से भर दिया था और हत्या के बाद अंधेरे का फायदा उठाकर शव दफना दिया था। इस भीषण अपराध की कोई भी पड़ोसी को भनक तक नहीं लगी।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Rahul Rana

Related News