बुराड़ी केस: हवन के बाद परिवार रोज करता था 'मौत की रिहर्सल'
Thursday, Jul 05, 2018 - 01:04 PM (IST)
नेशनल डेस्क: दिल्ली के बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 सदस्यों की रहस्यमयी मौत का मामला अब पुलिस के लिए पहेली बनता जा रहा है। तंत्र-मंत्र, 11 पाइपों-खिड़कियों आदि के बाद अब नया खुलासा सामने आया है। पूरे मामले के मास्टरमाइंड बताए जाने वाले मृतक ललित की डायरी से यह बात सामने आई है कि पूरा परिवार ने मौत को गले लगाने से पहले 6 दिन तक फंदे पर लटकने का अभ्यास किया था।
इस प्रैक्टिस के दौरान वो इसलिए बच जाते थे क्योंकि उनके हाथ खुले रहते थे। हालांकि डायरी में लिखी बात के अनुसार सातवें दिन यानी 30 जून की रात को सिर्फ ललित और उसकी पत्नी टीना के हाथ खुले थे और बाकि सबके हांथ बंधे हुए थे।इस डायरी के पन्ने को देखने के बाद अब पुलिस आशंका जता रही है कि ललित और टीना ने ही सबके हाथ बांधे होंगे और उसके बाद वह खुद फंदे से लटक गए। जिससे उनकी भी जान चली गई।
ललित की डायरी के अनुसार फंदे पर लटकने से पहले पूरा परिवार हवन करता था। इसके बाद पूरा परिवार डायरी में लिखे तरीके के अनुसार फंदों पर लटक जाता था लेकिन हाथ, पैर और मुंह के खुले होने के कारण सभी बच जाते थे। दिल्ली पुलिस के अनुसार ललित की डायरी में कथित रूप से पिता की आत्मा के निर्देश पर 30 जून को कई लाइनें लिखी गई हैं। इससे जाहिर होता है कि फंदे पर लटकने से पहले पूरे परिवार को यकीन था कि उन्हें बचा लिया जाएगा। दरअसल, पिता का निर्दश था कि कप में पानी रखना, जब पानी रंग बदलेगा तो मैं प्रकट होऊंगा और तुम सबको बचा लूंगा।
जांच में घर से अब तक कुल 11 डायरियां मिली हैं। इन डायरियों में अलग-अलग तीन लोगों की लिखावट है। इसमें अंतिम कुछ सालों में प्रियंका द्वारा ही डायरी लिखी गई है। ये डायरी उस दौरान लिखी जाती थी, जब भोपाल सिंह की आत्मा ललित में आती थी। जांच में घर से हनुमान चालीसा के अलावा कोई धार्मिक पुस्तक भी नहीं मिली है। परिवार से जुड़े लोगों के अनुसार घर में हनुमान चालीसा और गायत्री मंत्र का नियमित रूप से सुबह, दोपहर और शाम के समय जाप होता था।