इंदौर स्कूल बस हादसा: मरकर भी लोगों को राह दिखाएंगे मासूम

Saturday, Jan 06, 2018 - 06:44 PM (IST)

नेशनल डेस्क:मध्य प्रदेश के इंदौर में हुए स्कूल बस सड़क हादसे में मृत चार बच्चों में से तीन के माता-पिता ने मानवीयता की मिसाल कायम करते हुए उनके नेत्रदान करने का साहसी फैसला लिया। एक बच्ची का नेत्रदान एवं त्वचा दान और अन्य दो बच्चों की सफलता पूर्वक नेत्रदान प्रक्रिया सम्पन्न की गई।

इंदौर संभागायुक्त संजय दुबे ने बताया कि मृत बच्चों श्रुति (7), कृति (13) और स्वास्तिक (13) के परिवार ने नेत्रदान और त्वचादान का फैसला शुक्रवार रात लिया। इसके बाद आई-बैंक के एक दल ने महाराजा यशवंतराव अस्पताल (एमवायएच) पहुंचकर देर रात नेत्रदान की प्रक्रिया शुरू की। दुबे ने कहा कि ऐसी हृदय विदारक घटना के समय माता-पिता का यह साहस अपने आप में अनूठी मिसाल है। मृतक बच्चों के परिजनों ने नेत्रदान का फैसला लेने के बाद कहा कि नेत्रदान से हमारे बच्चे सदा के लिए किसी अन्य के शरीर में जीवित रहेंगे।

इंदौर के कनाडिय़ा थाना क्षेत्र के मर्दाना-बिचौली में शुक्रवार को स्कूल बस और ट्रक की आमने सामने की भिड़ंत में दिल्ली पब्लिक स्कूल की बस में सवार चार बच्चों सहित बस चालक की मृत्यु हो गई थी। इस हादसे में बस में सवार आठ अन्य बच्चों सहित बस का सहचालक गंभीर रूप से घायल अवस्था में इंदौर के एक निजी अस्पताल में उपचाररत है।

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