बजट भाषण को अस्पष्ट बताते हुए बोले चिदंबरम, क्या यह कॉमेडी चल रही है?

Friday, Jul 05, 2019 - 06:12 PM (IST)

नई दिल्लीः पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश बजट भाषण की तीखी अलोचना की। उन्होंने इसे अब तक का सबसे अस्पष्ट भाषणमों में से एक बताया है। इसके अलावा उन्होंने बिना पैन कार्ड के सिर्फ आधार कार्ड से ITR फाइल कर सकने की घोषणा को कॉमेडी करार दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार कभी कुछ करती है। कभी कुछ जैसे कोई कॉमेडी चल रहा हो।

पैन को आधार से लिंक करने की जरूरत क्या थी
बिना पैन कार्ड के सिर्फ आधार कार्ड के जरिए इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की सुविधा के ऐलान पर चिदंबरम ने तीखा तंज कसा। कांग्रेस की पीसी में उन्होंने कहा, 'आपको याद होगा कि जब आधार को आईटीआर फाइलिंग के लिए अनिवार्य किया गया तो सवाल उठा कि जब पैन कार्ड है तो आधार की जरूरत क्या है। अब आप कह रहे हैं कि बिना पैन के आधार से ही आईटीआर फाइल कर सकते हैं। यह क्या कॉमिडी है? मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि पैन और आधार को तब लिंक करने की क्या जरूरत थी।' 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि नयी मोदी सरकार के पहले आम बजट से समाज के किसी भी वर्ग को उचित राहत नहीं मिली है और साथ ही कर का बोझ भी बढ़ा दिया गया।

सरकार परंपराओं से अलग जाने से स्तब्ध
चिदंबरम ने संवाददाताओं से कहा, ''क्या कभी कोई ऐसा बजट आया है जिसमें कुल राजस्व, कुल ख़र्च, वित्तीय घाटे, राजस्व घाटे और वित्तीय रियायतों का उल्लेख नहीं है? हम अब तक चली आ रही परंपराओं से इस सरकार के अलग जाने से स्तब्ध हैं।''

अर्थशास्त्रियों की नहीं सुनी गई आवाज
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा शुक्रवार को संसद में पेश किए गए वित्त वर्ष 2019-20 के बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चिदंबरम ने कहा, ''आम नागरिकों या जानकार अर्थशास्त्रियों की आवाज को सुने बिना यह बजट तैयार किया गया। यह बजट आर्थिक समीक्षा से पैदा हुई मामूली उम्मीदों के मुताबिक नहीं है।''

चिदंबरम ने दावा किया, ''वित्त मंत्री ने किसी भी वर्ग को उचित राहत नहीं पहुंचाई है। इसके उलट उन्होंने कई वस्तुओं और पेट्रोल एवं डीजल पर कर का बोझ बढ़ा दिया।''

 

Yaspal

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