आतंकी बुरहान के भाई को मिलेगा मुआवजा

Tuesday, Dec 13, 2016 - 03:56 PM (IST)

श्रीनगर : सरकार ने मंगलवार को कहा कि आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के बड़े भाई खालिद की डेढ़ साल पहले त्राल के जंगल में सुरक्षाबलों व आतंकियों के बीच मुठभेड़ के दौरान क्रॉॅस फायरिंग में हुई मौत पर चार लाख की अनुग्रह राशि जारी की गई है। लेकिन उसके पिता ने पैसा लेने से इंकार करते हुए, दिवंगत के छोटे भाई के लिए सरकारी रोजगार की इच्छा का संकेत दिया है।


बता दें हिज्ब का आतंकी बुरहान वानी इसी साल आठ जुलाई को दक्षिण कश्मीर के कोकरनाग इलाके में मुठभेड़ के दौरान अपने दो साथियों संग मारा गया।
जिला उपायुक्त पुलवामा के कार्यालय ने बीते दो सालों के दौरान आतंकी हमलों में मारे गए, घायल, क्षतिग्रस्त संपत्ति के ब्यौरे के साथ उन लोगों की सूची जारी की है, जिनके मौत अथवा नुकसान के आधार पर संबधित लोगों को मुआवजा जारी किया जा रहा है।


इस सूची में खालिद मुजफ्फर वानी का नाम क्रमांक 9 पर है। आतंकी हमलों के दौरान या मुठभेड़ में मारे गए लोगों के उन परिजनों को मुआवजा दिया जाता है, जो आतंकी न हों। खालिद मुजफफर वानी गत 13 अप्रैल 2015 को उस समय त्राल के जंगल में मारा गया था, जब वह वहां अपने चार साथियों के साथ तथाकथित तौर पर पिकनिक मनाने गया था। उस समय वहां बुरहान भी आया था और इसी दौरान हुई मुठभेड़ में खालिद की क्रास फायरिंग में मौत हुई थी।


खालिद के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया था जिसमें उसे हिरासत में मारने की बात कही गयी थी। खालिद के पिता का कहना हैए ष्मैं पहले ही दिन से कहता रहा हूं कि मेरा बेटा खालिद आतंकी नहीं था। वह तो पढऩे वाला बच्चा था। उसके खिलाफ  कोई केस भी नहीं था। उन्होंने आगे कहा कि उसे हिरासत में यातनाएं दी गई और उसके बाद उसे मारा गया था। उसके शव मिलने के बाद हमने देखा कि उसके दांत टूटे हुए थे लेकिन शरीर पर गोली का निशान नहीं था।


खालिद के मारे जाने के 20 माह बाद सरकार ने उसकी मौत का मुआवजा घोषित किया है। हालांकि दिवंगत के पिता मुजफ्फर अहमद वानी ने कहा कि मुझे नहीं पता कि सरकार ने किसी मुआवजे का एलान किया है। हमें पैसा नहीं चाहिए। हां, अगर मेरे छोटे बेटे के लिए रोजगार की पेशकश होगी तो उस पर विचार किया जा सकता है।

 

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