ट्रंप शपथ ग्रहण इवेंट के लिए तोड़ी जा रही कई परम्पराएं ! लिंकन बाइबल का भी होगा इस्तेमाल, पढ़ें समारोह को लेकर हर जानकारी
punjabkesari.in Saturday, Jan 18, 2025 - 02:30 PM (IST)
Washington: डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी सोमवार को अपने दूसरे कार्यकाल के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। यह उनके राजनीतिक जीवन की बड़ी वापसी का प्रतीक है। इस मौके पर कई परंपराएं निभाई जाएंगी, लेकिन कुछ बदलाव भी किए गए हैं। डोनाल्ड ट्रंप सोमवार को दोपहर 12 बजे (स्थानीय समयानुसार) और रात 10:30 बजे (भारतीय समयानुसार) राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे । यह शपथ अमेरिका के चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स दिलाएंगे।
शपथ ग्रहण इवेंट की जगह बदली
समारोह के लिए कई परंपराओं को तोड़ा जा रहा है। पहले शपथ ग्रहण कार्यक्रम यूएस कैपिटल के बाहर आयोजित होना था, लेकिन कड़ाके की ठंड के कारण इसे अंदर कैपिटल रोटुंडा में किया जाएगा। ऐसा 40 साल बाद हो रहा जब शपथ ग्रहण इवेंट की जगह को बदला गया है। ठंड के कारण परेड को बदल दिया गया है। अब यह परेड पेनसिल्वेनिया एवेन्यू के बजाय कैपिटल वन एरीना में आयोजित होगी। शपथ ग्रहण के एक दिन पहले रविवार को ट्रंप "मेक अमेरिका ग्रेट अगेन" रैली करेंगे, जिसमें बड़ी संख्या में समर्थकों के शामिल होने की उम्मीद है। शपथ के बाद ट्रंप उद्घाटन भाषण देंगे। उन्होंने इसे प्रेरणादायक और देश को एकजुट करने वाला बनाने का वादा किया है।
मां द्वारा दी गई बाइबल से लेंगे शपथ
ट्रंप शपथ लेने के दौरान अपनी मां द्वारा दी गई बाइबल और लिंकन बाइबल का इस्तेमाल करेंगे। शपथ ग्रहण समारोह से जुड़ी समिति ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। ट्रंप की मां ने 1955 में न्यूयॉर्क के जमैका में फर्स्ट प्रेस्बिटेरियन चर्च में प्राइमरी स्कूल की पढ़ाई के दौरान उन्हें बाइबल दी थी जिसके कवर के निचले हिस्से पर ट्रंप का नाम लिखा है। समिति ने बताया कि इसके अलावा शपथ ग्रहण समारोह में लिंकन बाइबल का भी इस्तेमाल किया जाएगा। लिंकन बाइबल का पहली बार इस्तेमाल चार मार्च 1861 को 16वें राष्ट्रपति (अब्राहम लिंकन) के शपथ ग्रहण समारोह में किया गया था। उसके बाद से अब तक इसका इस्तेमाल केवल तीन बार किया गया है। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने दोनों शपथ ग्रहण समारोह में जबकि ट्रंप ने 2017 में अपने प्रथम शपथ ग्रहण समारोह में लिंकन बाइबल का इस्तेमाल कर चुके हैं। समिति ने कहा कि उपराष्ट्रपति पद के लिए चुने गए जे डी वेंस अपनी नानी की पारिवारिक बाइबल का इस्तेमाल करेंगे।
ट्रंप ने ये परंपरा भी तोड़ी
- - ट्रंप ने परंपराओं को तोड़ते हुए कई विदेशी नेताओं को आमंत्रित किया है।
- - अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइल, ट्रंप के करीबी समर्थक, समारोह में शामिल होंगे।
- - चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इनवाइट मिलने के बावजूद आने से इनकार कर दिया है, लेकिन एक विशेष प्रतिनिधि को भेजा है।
- - टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क, अमेजन के जेफ बेजोस और मेटा के मार्क जुकरबर्ग भी शपथ ग्रहण में हिस्सा लेंगे।
- - इसके अलावा, प्रसिद्ध गायिका कैरी अंडरवुड इस समारोह में परफॉर्म करेंगी।
- - भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस. जयशंकर करेंगे।
- - ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग और जापान के विदेश मंत्री ताकेशी इवाया भी बैठक में शामिल होंगे।
- - अमेरिका के नए विदेश मंत्री मार्को रूबियो के शपथ लेने के बाद उनके भी बैठक में शामिल होने की संभावना है।
- -इस शपथ ग्रहण समारोह में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी भी शामिल होंगे। वे 18 जनवरी को वॉशिंगटन डीसी पहुंचेंगे।
कार्यों की शुरुआत व पार्टियां
शपथ के तुरंत बाद ट्रंप कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करेंगे। इन आदेशों में आव्रजन नीति को सख्त करना, मैक्सिको सीमा पर दीवार का निर्माण फिर से शुरू करना और ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देना शामिल है। ट्रंप कुछ लोगों को माफी देने की योजना भी बना रहे हैं, खासतौर पर 6 जनवरी 2021 के कैपिटल हमले से जुड़े दोषियों को। वॉशिंगटन में 18 गाला पार्टियां आयोजित होंगी, जिनमें से तीन आधिकारिक हैं। मेटा के सीईओ जुकरबर्ग, अरबपति डोनर्स के लिए एक विशेष रिसेप्शन की मेजबानी करेंगे। तेल और गैस उद्योगपति हैरॉल्ड हैम ऐतिहासिक होटल हाय-एडम्स की छत पर शपथ ग्रहण पार्टी आयोजित करेंगे। सभी आधिकारिक कार्यक्रमों का खर्च ट्रंप के उद्घाटन समिति द्वारा उठाया जाएगा, जिसका नेतृत्व उनके करीबी सहयोगी स्टीव कर रहे हैं।