PM मोदी ने दिए VVIP फोन टैपिंग मामले की जांच के आदेश, बोले- भ्रष्टाचार नहीं होगा बर्दाश्त

Sunday, Jun 19, 2016 - 02:00 PM (IST)

नई दिल्ली: मल्टीनैशनल कंपनी एस्सार ग्रुप से जुड़े फोन टैपिंग मामले में सरकार ने सख्ती अपनाने हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन टैपिंग मामले की जांच के आदेश देते हुए कहा कि सच्चाई सबके सामने आनी चाहिए। इस पूरे मामले को लेकर पीएम मोदी बेहद गंभीर हैं और उन्होंने गृह मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी है। पीएम मोदी ने सख्ती के साथ कहा कि भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

प्रधानमंत्री का साफ मानना है कि सरकारी नीतियों को बनाने में किसी भी बाहरी तत्व का रोल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। VVIP फोन टैपिंग मामले को लेकर वकील सुरेन उप्पल ने  पीएमओ में शि‍कायत की थी। उप्पल ने सबूत के तौर पर 29 पन्नों के एक दस्तावेज भी पीएमओ को दिया था। पांच साल तक देश के सबसे अहम माने जाने वाले लोगों के फोन टैपिंग करवाने के आरोपों से घिरे अल बासित खान ने कहा कि उप्पल उन पर बेवजह के आरोप लगा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि उप्पल कॉरपोरेट दिगग्जों से उगाही करना चाहते हैं। खान ने कहा कि उन्होंने कभी भी उप्पल को हायर नहीं किया। वहीं फोन टैपिंग के खुलासे और पीएमओ से इसकी शिकायत करने वाले वकील सुरेन उप्पल ने कहा कि खान के बयान से उन्हें कोई हैरत नहीं हुई। उन्हें पहले से इसका अंदाजा था। उन्होंने कहा कि मेरे पास इस बात के तमाम सबूत हैं कि खान उनसे सीधे संपर्क में थे और इस टैपिंग का खुलासा करने के लिए भी दोनों साथ काम कर रहे थे।

मल्टीनैशनल कंपनी एस्सार ग्रुप पर आरोप है कि ग्रुप ने 2001 से 2006 तक एनडीए और यूपीए सरकार के कई कैबिनेट मंत्रियों के साथ ही मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी जैसे कारोबारी दिग्गजों का फोन टैप किया। जिन लोगों के फोन टैप किए गए उनमें अटल बिहारी वाजपेयी के वक्त के पीएमओ अधि‍कारी भी शामिल हैं। एनडीए सरकार में मंत्री रहे प्रमोद महाजन का फोन भी टैप किया गया था।

कुछ फोन टैपिंग टेलिकॉम लाइसेंसिंग के सिलसिले में हुई थी। इसके अलावा मौजूदा रेल मंत्री सुरेश प्रभु, पूर्व मंत्री प्रफुल्ल पटेल और राम नाइक, रिलायंस ग्रुप के मुकेश और अनिल अंबानी, अनिल की पत्नी टीना अंबानी और कई टॉप ब्यूरोक्रेट्स के फोन टैप किए गए थे। इसके साथ ही सपा नेता अमर सिंह, तत्कालीन गृह सचिव राजीव महर्षि, IDBI बैंक के पूर्व चेयरमैन पीपी. वोहरा, IDBI बैंक के ही पूर्व सीईओ और एमडी केवी. कामथ और इसी बैंक की पूर्व जवॉइंटइंट मैनेजिंग डायरेक्टर ललिता गुप्ते का फोन भी टैप किया गया।

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