Elon Musk की कंपनी X (पूर्व में ट्विटर) ने प्राइवेसी पॉलिसी में किया बड़ा बदलाव, आम यूजर पर इसका असर
punjabkesari.in Saturday, Oct 19, 2024 - 04:27 PM (IST)
नेशनल डेस्क: एलन मस्क द्वारा संचालित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स, जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था, ने हाल ही में अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। ये बदलाव केवल तकनीकी पहलुओं तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इनका सीधा असर आम यूजर्स की जानकारी और उनकी प्राइवेसी पर पड़ेगा। इस लेख में हम इस बदलाव के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं का विस्तार से विश्लेषण करेंगे।
प्राइवेसी पॉलिसी में क्या बदलाव हुए हैं?
एक्स ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में यह घोषणा की है कि अब प्लेटफॉर्म यूजर्स द्वारा किए गए पोस्ट्स और उनके डेटा का इस्तेमाल “थर्ड-पार्टी” यानी अन्य कंपनियों के साथ अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल को ट्रेन करने के लिए कर सकेगा। यह नया नियम 15 नवंबर 2024 से प्रभावी होगा, और इसके परिणामस्वरूप कंपनी को नए राजस्व के स्रोत मिल सकते हैं। इसका मतलब यह है कि आपकी पोस्ट, टिप्पणियाँ और अन्य गतिविधियाँ अब न केवल एक्स के अंदर, बल्कि अन्य कंपनियों द्वारा भी उपयोग की जा सकती हैं। यह एक नया दृष्टिकोण है, जो यूजर्स के लिए कई सवाल खड़े करता है—जैसे कि क्या उनका डेटा सुरक्षित रहेगा, और क्या उनकी जानकारी का उपयोग उनकी सहमति के बिना किया जा सकता है।
डेटा शेयरिंग का ऑप्शन
रिपोर्ट्स के अनुसार, एक्स यूजर्स को भविष्य में एक विकल्प प्रदान कर सकता है, जिससे वे अपनी सेटिंग्स में जाकर इस डेटा शेयरिंग से बाहर निकल सकें। हालांकि, फिलहाल ऐसा कोई विकल्प उपलब्ध नहीं है। यह संभावना जताई जा रही है कि कंपनी इस सुविधा को जल्द ही पेश कर सकती है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह कब तक होगा। इसलिए, यूजर्स को सतर्क रहना होगा और प्लेटफॉर्म के अपडेट्स पर ध्यान देना होगा। यदि आप अपनी जानकारी को थर्ड-पार्टी के साथ साझा करने से रोकना चाहते हैं, तो आपको समय पर इस विकल्प का इंतजार करना पड़ सकता है।
प्राइवेसी पॉलिसी का अन्य महत्वपूर्ण बदलाव
एक्स ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी से उस हिस्से को हटा दिया है, जिसमें कहा गया था कि आपकी जानकारी 18 महीने तक ही रखी जाएगी। अब कंपनी ने यह स्पष्ट किया है कि डेटा को तब तक सुरक्षित रखा जाएगा जब तक इसे सर्विस को बेहतर बनाने के लिए जरूरी समझा जाएगा। इसका मतलब यह है कि आपकी जानकारी लंबे समय तक संग्रहीत की जा सकती है, भले ही आप एक्स का इस्तेमाल करना बंद कर दें। यह बदलाव एक्स के डेटा नीति और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल में ट्रांसपेरेंसी बढ़ाने के लिए किया गया है। लेकिन इसके साथ ही यह भी एक महत्वपूर्ण सवाल खड़ा करता है कि यूजर्स की जानकारी कब और कैसे इस्तेमाल की जाएगी।
यूजर्स की प्राइवेसी पर क्या असर होगा?
इस बदलाव के बाद, यूजर्स को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि उनकी जानकारी सुरक्षित है और इसका दुरुपयोग नहीं होगा। उदाहरण के लिए, अन्य लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे इंस्टाग्राम और फेसबुक भी अपने यूजर्स की गतिविधियों को ट्रैक करते हैं, जिससे उन्हें मुनाफा होता है। हालांकि, इन प्लेटफॉर्म्स पर यूजर्स को ट्रैकिंग को ऑफ करने की सुविधा भी दी जाती है, जिससे वे अपनी प्राइवेसी को सुरक्षित रख सकें। एक्स को भी अपने यूजर्स की प्राइवेसी का ध्यान रखते हुए इसी तरह के विकल्प प्रदान करने की आवश्यकता है।
यदि यूजर्स को यह विश्वास नहीं होता है कि उनकी जानकारी सुरक्षित है, तो वे प्लेटफॉर्म का उपयोग करने में संकोच कर सकते हैं। एलन मस्क की एक्स ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में जो बदलाव किए हैं, वे न केवल कंपनी के लिए नए राजस्व का अवसर खोलते हैं, बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि कैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स अपने यूजर्स की जानकारी का उपयोग कर सकते हैं। इस नई पॉलिसी के लागू होने से पहले, यूजर्स को यह समझना होगा कि उनकी जानकारी का किस तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है और क्या उन्हें अपनी प्राइवेसी को सुरक्षित रखने के लिए कोई कदम उठाने की आवश्यकता है। आखिरकार, यह महत्वपूर्ण है कि एक्स अपने यूजर्स को प्राइवेसी के मामले में विकल्प और सुरक्षा प्रदान करे। यह न केवल यूजर्स के विश्वास को बढ़ाएगा, बल्कि कंपनी के लिए भी एक सकारात्मक छवि बनाए रखेगा। यूजर्स को सतर्क रहना चाहिए और इस बदलाव के प्रति जागरूक होना चाहिए, ताकि वे अपने डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।