आतंकी वित्तपोषण : ईडी ने हिजबुल प्रमुख सलाहुद्दीन, अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया

Wednesday, Aug 26, 2020 - 12:00 AM (IST)

नयी दिल्ली:प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों का वित्तपोषण करने के लिए धनशोधन के आरोप में पाकिस्तान स्थित हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन और 11 अन्य के खिलाफ मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत में आरोप पत्र दायर किया। ईडी ने कहा कि आरोप पत्र पाकिस्तानी सरकार और उसकी जासूसी संस्था आईएसआई की कथित साठगांठ से जम्मू कश्मीर में 2019 में आतंकवादी समूह द्वारा किए गए विस्फोटों से भी संबंधित है। अभियोजन पक्ष की शिकायत में अदालत से अनुरोध किया गया है कि इस मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अन्य सजा के अलावा 1.22 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जाए। ऐसी शिकायत ईडी के आरोप पत्र के समान होती है। इस मामले पर जल्द ही अदालत के सुनवाई करने की संभावना है।

केंद्रीय जांच एजेंसी ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं के तहत सलाहुद्दीन, मोहम्मद शफी शाह व अन्य के खिलाफ दायर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के आरोप पत्र का संज्ञान लेने के बाद इस मामले में धनशोधन का मामला दर्ज किया था। धनशोधन निवारण कानून की विभिन्न धाराओं के तहत एक विशेष अदालत के समक्ष दायर ईडी के आरोप पत्र में मोहम्मद शफी शाह उर्फ ​​डॉक्टर या दाऊद या निसार, तालिब लाली उर्फ ​​तालिब हुसैन लाली मोहम्मद यूसुफ शाह उर्फ ​​सैयद सलाहुद्दीन, गुलाम नबी खान उर्फ ​​अमीर खान, उमर फारूक शेरा उर्फ ​​महबूब-उल-हक, मंज़ूर अहमद डार उर्फ ​​मसरूर डार, ज़फर हुसैन भट उर्फ ​​ख़ुशीद, नजीर अहमद डार उर्फ ​​शबीर इलाही, अब्दुल मजीद सोफी, मुबारक शाह, मुजफ्फर अहमद डार और मुश्ताक अहमद लोन उर्फ ​​मुश्ताक आलम के नाम लिए गए हैं।

एजेंसी ने कहा कि उसने एनआईए की 2019 की एक प्राथमिकी पर संज्ञान लेने के बाद जांच शुरू की जिसमें मोहम्मद शफी शाह और उसके सहयोगियों पर जम्मू कश्मीर में सनसनीखेज विस्फोटों को अंजाम देने का आरोप है। उनके पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद बरामद हुए थे। ईडी ने कहा कि धनशोधन जांच में पाया गया कि "कश्मीर में सबसे अधिक सक्रिय आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन जम्मू कश्मीर में आतंकवादी और अलगाववादी गतिविधियों के वित्तपोषण के लिए ज़िम्मेदार रहा है तथा इसका प्रमुख स्वयंभू कमांडर सैयद सलाहुद्दीन है जो पाकिस्तान में रावलपिंडी के पास रहता है।" ईडी ने कहा, "भारतीय धरती पर आतंकवाद की गतिविधियों को जेकेएआरटी (जम्मू कश्मीर अफेक्टीज रिलीफ ट्रस्ट) नामक एक ट्रस्ट द्वारा बढ़ावा दिया गया था, जो पाकिस्तान सरकार और आईएसआई के साथ मिल कर काम कर रहा था।"

एजेंसी ने कहा कि यह भी पता चला कि आतंकियों को हवाला और अन्य माध्यमों से पैसे भेजे गए थे।

Monika Jamwal

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