कोयला घोटाले में ईडी की बड़ी कार्रवाई, 7 मामलों में दायर की चार्जशीट

punjabkesari.in Wednesday, Jul 18, 2018 - 09:30 PM (IST)

नई दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली की एक अदालत में कोयला घोटाले के सात मामलों में आरोप पत्र दायर कर दिए हैं। एजेंसी ने कई कंपनियों और व्यक्तियों पर धन शोधन का आरोप लगाया है। विशेष न्यायाधीश भरत पराशर के समक्ष दायर आरोप पत्र में कमल स्पांज स्टील एंड पावर लि (केएसएसपीएल), गोंडवाना इस्पात लि (जीआईएल), जायसवाल नेको इंडस्ट्रीज लि (जेएनआईएल), बीएस इस्पात लि (बीएसआईएल), प्रकाश इंडस्ट्रीज लि (पीआईएल), झारखंड इस्पात प्रा लि (जेआईपीएल) और पवनजय स्टील एंड पावर लि (पीएसपीएल) को आरोपी के तौर पर नामित किया है।

अदालत, ईडी के विशेष लोक अभियोजक एन के मत्ता और वकील तरन्नुम ची द्वारा धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की धारा तीन और चार के तहत दायर आरोप पत्रों पर 18 अगस्त को विचार करेगी और आगे की कार्रवाई करेगी। एजेंसी ने मामले में विभिन्न कंपनियों और व्यक्तियों की संपत्तियों को भी जब्त किया है।

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कंपनियों के अलावा ईडी ने इन मामलों में जीआईएल के निदेशक अशोक डागा, केएसएसपीएल के प्रबंध निदेशक पवन कुमार अहलूवालिया, पीआईएल के शीर्ष अधिकारी प्रकाश अग्रवाल, जेआईपीएल के निदेशक आरसी रूंगटा तथा आरएस रूंगटा और जेएनआईएल के शीर्ष अधिकारी रमेश कुमार जायसवाल, मनोज जायसवाल तथा अरविंद जायसवाल समेत विभिन्न व्यक्तियों को आरोपी के तौर पर नामित किया है।

जीआईएल का मामला महाराष्ट्र के माजरा में कोयला ब्लॉक आवंटन से संबंधित है जबकि केएसएसपीएल का मामला मध्य प्रदेश में थेसगोरा-बी/रूद्रपुरी कोयला ब्लॉक से संबंधित है। इन दोनों मामलों में अदालत पहले ही दोनों कंपनियों और उनके अधिकारियों-जीआईएनएल के निदेशक डागा और केएसएसपीएल के एमडी अहलूवालिया -- और पूर्व कोयला सचिव एचसी गुप्ता तथा दो मौजूदा वरिष्ठ अधिकारियों (कोयला मंत्रालय में तत्कालीन संयुक्त सचिव के एस क्रोफा और तत्कालीन निदेशक के सी समारिया) को विभिन्न अपराधों में दोषी ठहरा चुकी है और उन्हें जुर्माना तथा जेल की सजाएं दी है। इन अपराधों में धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार के मामले शामिल हैं।


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Yaspal

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