EC ने सुनाया फैसला- ममता बनर्जी पर हमले का कोई सबूत नहीं, हादसे में लगी पैर पर चोट

Sunday, Mar 14, 2021 - 03:58 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नंदीग्राम की जिस घटना में चोट लगी थी, वह एक दुर्घटना थी और यह कोई सुनियोजित हमला नहीं था। चुनाव आयोग अलग-अलग रिपोर्ट का गहन मंथन करने के बाद रविवार को यह फैसला सुनाया। चुनाव आयोग ने कहा कि ममता बनर्जी पर कोई हमला नहीं हुआ है, इसके कोई सबूत नहीं पाए गए हैं। चुनाव आयोग ने कहा कि रिपोर्टों के आधार पर पता चला है कि ममता के साथ जो हुआ वो सिर्फ एक हादसा था। बता दें कि चुनाव आयोग ने विशेष पर्यवेक्षक अजय नायक और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दूबे द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट पर यह फैसला दिया है।

रिपोर्ट में बताया गया कि 10 मार्च को ममता बनर्जी द्वारा नामांकन दाखिल करने के बाद पूर्वी मिदनापुर जिले में नंदीग्राम के बिरुलिया बाजार में यह घटना अचानक हुई थी, हालांकि इसकी साजिश होने की बात कही जा रही थी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि घटना के अचानक होने के कारण बनर्जी घायल हो गईं। रिपोर्ट के हवाले से कहा, ‘‘यह घटना कोई सुनियोजित हमला नहीं था, बल्कि यह एक दुर्घटना थी। रिपोर्ट में घटना के दौरान उपस्थित चश्मदीद गवाहों द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के साथ-साथ उनसे प्राप्त वीडियो से भी जानकारी जुटाई गई। इसमें मुख्यमंत्री की सुरक्षा के प्रभारी पुलिस कर्मियों की भीड़ को नियंत्रित करने में विफलता को भी उल्लेखित किया गया है, जो (भीड़) मुख्यमंत्री के काफी नजदीक आ गई थी।

बता दें कि नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान ममता घायल हो गई थी और उनके पैर पर चोट आई थी। वहीं नंदीग्राम की घटना के बाद, राज्य एडीजी (कानून और व्यवस्था) और नोडल अधिकारी जगमोहन ने शनिवार को सभी जिला प्रशासनों को निर्देश दिया कि वे 27 मार्च से होने जा रहे आठ चरणों के मतदान के लिए जिलों में चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री के लिए सबसे सख्त सुरक्षा उपायों की व्यवस्था करें। पश्चिम बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए आठ चरणों में चुनाव 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच होंगे। मतों की गिनती 2 मई को होगी।

Seema Sharma

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