कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ ‘रिश्वत’ के आरोप पर चुनाव आयोग ने रिपोर्ट मांगी

Thursday, Apr 04, 2019 - 08:35 PM (IST)

कोझीकोड: कांग्रेस प्रत्याशी ओर मौजूदा सांसद एमके राघवन के कथित तौर पर एक रियल एस्टेट कंपनी से भू अधिग्रहण में मदद करने के एवज में पांच करोड़ रुपए की मांग करने वाली एक टीवी क्लिप को लेकर चुनाव आयोग ने गुरुवार को जिला चुनाव अधिकारी से रिपोर्ट मांगी। राघवन ने आरोप लगाया है कि वीडियो फर्जी है और चुनावी बयार में यह उन्हें फंसाने की एक गहरी साजिश है। एक ङ्क्षहदी समाचार चैनल ने बुधवार को एक स्टिंग ऑपरेशन के हिस्से के रूप में एक क्लिप को प्रसारित किया था। इसमें कथित तौर पर दिखाया गया कि कोझिकोड से दो बार सांसद रहे राघवन कथित तौर पर शहर की एक जमीन पर होटल खुलवाने के लिए एक जमीन के अधिग्रहण के एवज में रिश्वत के लेनदेन की बात कर रहे थे।

राघवन इस मामले में पहले ही जिला पुलिस प्रमुख से संपर्क करके यह शिकायत दर्ज करा चुके हैं कि वीडियो में छेड़छाड़ की गई है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी टीका राम मीणा ने कहा, मैंने जिला निर्वाचन अधिकारी (जिलाधिकारी) से मामले पर रिपोर्ट देने को कहा है। राघवन ने गुरुवार को रोते हुए कहा, आरोप चुनाव के दौरान मेरी छवि धूमिल करने का प्रयास है। माकपा जिला समिति इस स्टिंग के पीछे है। मैं आत्महत्या नहीं कर सकता। माकपा जिला समिति ने आरोप का खंडन किया है।

राघवन ने बुधवार को कहा था कि अगर उन पर लगे आरोप सही साबित होते हैं तो वह सार्वजनिक जीवन से संन्यास और अपनी उम्मीदवारी वापस ले लेंगे। इस वीडियो फुटेज में दिख रहा है कि कांग्रेस का यह वरिष्ठ नेता अपने घर पर दो लोगों से कथित तौर घूस देने की मांग कर रहा है और कह रहा है कि चुनाव प्रचार के लिए करीब 20 करोड़ रुपए का खर्चा होता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने कहा कि वीडियो एक राजनीतिक स्टंट था। चांडी ने कहा, यह कांग्रेस और यूडीएफ उम्मीदवार की छवि को धूमिल करने के लिए एक राजनीतिक स्टंट है।

shukdev

Advertising