कोरोना काल में PM मोदी ने युवाओं को दिए तीन मंत्र, बोले-बनो आत्मनिर्भर

Wednesday, Jul 15, 2020 - 03:12 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस के दौर में खुद को प्रासंगिक (Relevant)  बनाए रखने के लिए लोगों को अपने स्किल का हुनर दिखाने का कोई भी मौका नहीं चूकना चाहिए। उन्होंने इसके लिए तीन मंत्र दिए - कौशल (स्किल), पुन: कौशल अर्जित करना (री-स्किल) और कौशल उन्नयन (अपस्किल)। प्रधानमंत्री ने ‘विश्व युवा कौशल दिवस' के अवसर पर आयोजित ‘‘कौशल भारत'' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कौशल किसी भी समय अर्जित किया जा सकता है, समय के साथ यह बेहतर होता है और आपको दूसरों से अलग बनाता है। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के समय में तो यह सवाल और भी अहम हो गया है। मोदी ने कहा कि रिलेवेंट रहने का मंत्र है स्किल, री-स्किल और अपस्किल। 

स्किल (Skill) का अर्थ है, आप कोई नया हुनर सीखें। 

उसमें वैल्यू एडिशन करके कुछ नया सीखते रहने का मतलब है री-स्किल (Re-skill)

इसका और विस्तार करना हो गया अपस्किल (Upskill)

स्किल, री-स्किल और अपस्किल का ये मंत्र जानना, समझना और इसका पालन करना हम सभी के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी ने कि स्किल आपकी ऐसी संपत्ति है जो कोई आपसे छीन नहीं सकता। यह आत्मनिर्भर भी बनाता है। यह न सिर्फ आपको रोजगार-योग्य बनाता है बल्कि आपको स्वरोजगार के योग्य भी बनाता है। स्किल की ये ताकत जो है, इंसान को कहां से कहां पहुंचा सकती है। 

 

प्रधानमंत्री ने इस मंत्र को हमेशा याद रखने की अपील करते हुए कहा कि कोई कितना ही पढ़ा-लिखा क्यों ना हों, कितनी ही डिग्रियां क्यों न हो, फिर भी निरंतर स्किल भी बढ़ाते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि लगातार नई-नई स्किल के लिए अपने आप को तैयार करना चाहिए। जिंदगी जीने का आनंद आएगा। जिंदगी के नए अवसरों को पाने का आनंद आएगा। मुझे विश्वास है कि आप अपने हाथों की ताक़त, अपनी उंगलियों की ताक़त, अपने दिल दिमाग की ताकत, एक हुनर के द्वारा पनपाएंगे और बढ़ाएंगे। 

 

लॉकडाउन में लोगों ने दिखाई प्रतिभा
कोरोना के संक्रमण को रोकने के मकसद से देश भर में लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान प्रवासी श्रमिकों ने अपने गृह क्षेत्रों का रूख किया। इसका जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आपने देखा होगा कि कैसे गांव पहुंचे लोगों ने गांव का कायाकल्प करना शुरू कर दिया है। कोई स्कूल को पेंट कर रहा है, तो कोई नए डिजाइन के घर बनवा रहा है। छोटी-बड़ी हर तरह की ऐसी ही स्किल आत्मनिर्भर भारत की भी बहुत बड़ी शक्ति बनेगी।'' नॉलेज और स्किल के बीच के फर्क को समझाते हुए मोदी ने कहा कि शासन से लेकर समाज के हर स्तर पर इसे समझना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसी अंतर को समझते हुए आज भारत में काम हो रहा है। नॉलेज के साथ युवाओं को स्किल भी मिले, इस उद्देश्य के साथ देशभर में सैकड़ों प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र खोले गए। आईटीआई की संख्या बढ़ाई गई, उनमें लाखों नई सीट जोड़ी गईं।

Seema Sharma

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