TV पर जितने चैनल उतना ही चार्ज, जानिए क्या है TRAI का नया नियम

Thursday, Dec 27, 2018 - 04:20 PM (IST)

नई दिल्लीः टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) के नए नियम लागू होने में 2 दिन बचे है हाल ही ऐसी अफवाह फैल रही है नए नियमों के कारण भुगतान वाले चैनल बंद हो जाएंगे हालांकि ट्राई ने इसका खंडन किया है और पूरे मामले में सफाई दी है। (ट्राई) ने बुधवार को 29 दिसंबर के बाद लागू होने वाले नए नियमों को लेकर स्पष्ट किया है कि इसकी वजह से टीवी सेवा बाधित नहीं होगी। यानी टेलीविजन पर मौजूदा सब्सक्राइब्ड चैनल ब्लैक आउट नहीं होंगे।

क्या है नया नियम?
ट्राई के केवल और डीटीएच ऑपरेटर्स के लिए लागू हो रहे नए नियम में कहा गया है कि वह उपभोक्ताओं पर टीवी चैनल थोप नहीं सकता है, बल्कि उपभोक्ता के पास टीवी चैनलों को चुनने की आजादी होगी, जिन्हें वे देखना चाहते हैं। उपभोक्ता अपनी अपने मनपसंद के ही चैनल के लिए भुगतान करेंगे। इसके लिए सभी ब्रॉडकास्टर्स को अपने चैनल को बुके के रूप में उपलब्ध करना होगा, जिन्हें उपभोक्ता अपनी पसंद के अनुसार चुन सकता है। टीवी स्क्रीन पर हर चैनल की अधिकतम मूल्य लिखी होगी। कोई भी केवल या डीटीएच ऑपरेटर ब्रॉडकास्टर की ओर से तय कीमत से अधिक नहीं ले सकता है।

ऐेसे चुन सकते है आप अपने चैनल
ट्राई ने सभी केबल और डीटीएच ऑपरेटर्स से कहा है कि वह टीवी दर्शकों को अपने वेबसाइट के जरिए चैनल चुनने और ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा उपलब्ध कराएं। वेबसाइट पर चैनलों की सूची कीमत के साथ उपलब्ध होगी। इसके अलावा उपभोक्ता कॉल सेंटर के जरिए भी चैनल चुन पाएंगे।

महीने का खर्च
ग्राहकों को नेटवर्क कैपेसिटी फीस के रूप में हर महीने 130 रुपए देने होंगे जिसमें 100 चैनल्स मिलेंगे। 100 चैनलों में ग्राहक की मर्जी के 65 फ्री टू एयर चैनल शामिल होंगे, इसमें दूरदर्शन के 23 चैनल, तीन म्यूजिक चैनल, तीन न्यूज चैनल और तीन मूवी चैनल शामिल होंगे। इसके अलावा अगर वे और चैनल चाहते हैं तो उन्हें अगले 25 चैनलों के लिए 20 रुपए अतिरिक्त देने होंगे। इसके साथ जो चैनल्स आप चुनेंगे उनकी तय कीमत जुड़ आएगी। TRAI ने चैनलों की कीमत 1 से 19 रुपए के बीच निर्धारित की है।

कीमत में अंतर नहीं कर पाएंगे ऑपरेटर्स
नए नियम लागू होने के बाद कोई भी केबल या डीटीएच ऑपरेटर्स चैनलों के लिए अलग-अलग चार्ज नहीं ले पाएंगे। सभी प्लेटफॉर्म पर चैनलों की सामान कीमत होगी। अगर दो अलग- अलग सर्विस प्रोवाइडर्स के उपभोक्ता एक जैसे चैनल देख रहे हैं तो उनका भुगतान भी एक जैसा ही होगा।

सस्ता होगा या महंगा करेंगा आप पर निर्भर
अगर आप अपनी सुविधा के अनुसार चैनल चुनते हैं तो यह हो सकता है कि इसकी कीमत आपके जेब पर कम भारी पड़े लेकिन अगर आप अलग-अलग चैनल्स देखते हैं या फिर ज्यादा चैनल्स को देखना पसंद करते हैं तो आपको ज्यादा पैसे चुकाने पड़ सकते हैं। TRAI ने बताया है कि BARC (ब्रॉडकास्ट ऑडिएंस रिसर्च काउंसिल) द्वारा दिए गए दर्शकों के पैटर्न के अनुसार 80 फिसदी उपोभोक्ता 40 या उससे कम चैनल्स को देखते हैं। यदि कोई उपभोक्ता सोच समझकर चैनल चुनता है तो हर महीने से कम चार्ज देना पड़ेगा।

Yaspal

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