एक यात्री की गलती के कारण NRI 3 दिन तक फंसा रहा दिल्ली हवाई अड्डे पर

Monday, Jan 15, 2018 - 11:53 PM (IST)

नेशनल डेस्क: एक NRI ​3 दिन तक दिल्ली हवाई अड्डे पर ही फंसा रहा क्योंकि एक अन्य यात्री गलती से उसका पासपोर्ट लेकर कनाडा जा पहुंचा। सतेंद्र सिंह नामक एनआरआई ने कहा ​कि वह शनिवार को लखनऊ से दिल्ली पहुंचा था। जहां से उसे बहरीन जाना था। लखनऊ में उसके इमिग्रेशन को मंजूरी मिल गई थी। इसलिए वह वापस नहीं जा सकता था। उसके हैंडबेग में उसका पासपोर्ट था , गलती से एक यात्री उसे लेकर कनाडा चला गया और वह दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर फंसा रहा।

सतेंद्र ने बताया कि वह शनिवार दोपहर बाद दिल्ली पहुंचा और अंतराष्ट्रीय उड़ान पकडऩे के लिए सुरक्षा चैकिंग स्थल पर पहुंचा। कतार लंबी थी इसलिए मैंने अपना हैंडबेग स्केनर में डाल दिया। जब मैं चैकिंग के लिए पहुंचा और आगे बढ़ा मगर मुझे मेरा हैंडबेग नही मिला। इस संबंध में सुरक्षा अधिकारियों को सूचित किया जिन्होंने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला और पाया कि एक अन्य यात्री सतेंद्र का बैग ले गया, और एयर कनाडा की उड़ान में सवार हो गया।

सतेंद्र ने कहा तब तक विमान उड़ान भर चुका था। वह अमरीकी नागरिक है और बहरीन में काम करता है। कनाडा जाने वाला यात्री अपना बैग वहीं छोड गया। सतेंद्र के लिए मुसीबतें अभी शुरू हुई हैं, क्योंकि उसके पास न पैसा था, न कपड़े। उसने सारी रात टर्मिनल के फर्श पर बिताई क्योंकि सुरक्षा कारणों से वह टर्मिनल नहीं छोड़ सकता था।

लखनऊ में इमिग्रेशन की मंजूरी मिल चुकी थी इसलिए वह वापस नहीं जा सकता है। उसने आगेकहा ​कि मैंने अपने परिवार को सूचित किया,उन्होंने जवाब में कहा कि उन्होंने कुछ पैसे भेजे हैं ताकि वे खाना खा सकें, मगर मेरे साथ उनका संपर्क कायम होने का कोई रास्ता नहीं था। रविवार को एयर इंडिया के अधिकारियों ने लॉज में स्थानां​तरित कर दिया और अब मैं यहां हूं। मेरा पासपोर्ट, मेरा हैंडबेग और मेरी दवाइयां सभी मुझे नहीं मिली।

सैंटल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) ने कहा कि वह इस मामले में कुछ ज्यादा नहीं कह सकते क्योंकि सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत एक यात्री को तब तक वापस जाने की अनुमति नही दी जा सकती जब तक उसके पास पासपोर्ट न हो।

एयर लाइंस ने तुरंत कार्रवाई की और सिंह का बैग ले जाने वाले एयर कनाडा का विमान सोमवार को दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंच गया, मगर एयर इंडिया के अधिकारियों ने कहा कि सतेंद्र को अ​तिरिक्त किराया देना होगा क्योंकि हैंडबेग देखभाल करना एयरलाइंस की जिम्मेदारी नहीं है। 

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