सियाचीन-लद्दाख में तैनात जवानों को ठंड से बचाएगा हिम तापक, डीआरडीओ ने बनाई खास डिवाइस
Sunday, Jan 10, 2021 - 05:47 PM (IST)
नेशनल डेस्कः देश के पूर्वी लद्दाख, सियाचीन और कश्मीर जैसे बर्फीले व ऊंचाई वाले इलाकों में सीमा पर ठंड से जूझने वाले भारतीय सेना के जवानों को डीआरडीओ ने खास तोहफा दिया है। दरअसल, डीआरडीओ ने ‘हिम तापक’ नाम की एक खास डिवाइस बनाई है, जो जवानों को सुरक्षित रखेगी। बता दें कि हिम तापक एक स्पेस हीटिंग डिवाइस है, जो यह सुनिश्चित करेगी कि जवानों की मौत बैकब्लॉस्ट और कार्बन मोनो ऑक्साइड के जहर के कारण न हो।
सेना ने दिया 420 करोड़ रुपये का ऑर्डर
डिफेंस इंस्टीट्यूट आफ फिजियोलॉजी एंड अलॉइड साइंसेस के डायरेक्टर डॉ. राजीव वार्ष्णेय ने बताया कि भारतीय सेना ने इस डिवाइस के मैन्यूफेक्चरर्स को 420 करोड़ रुपये का ऑर्डर दिया है। इन्हें सेना व आईटीबीपी के उन सभी नए आवासों में लगाया जाएगा, जहां तापमान बहुत कम रहता है।
To address the issue of drinking water problems in freezing temperatures in Eastern Ladakh & other similar areas, we provided Solar Snow Melter for trials at Siachen, Khardungla & Tawang areas. Equipment can provide 5-7 ltr of drinking water every hr:Satish Chouhan,Scientist,DRDO pic.twitter.com/art7ENz3UL
— ANI (@ANI) January 10, 2021
शीतदंश व बिवाई से बचाएगा ‘एलोकल क्रीम‘
डॉ. वार्ष्णेय ने बताया कि डीआरडीओ ने अत्यंत ठंडे सीमा क्षेत्रों में जवानों को शीत दंश व बिवाई व ठंड के कारण होने वाली अन्य समस्याओं से बचाने के लिए ‘एलोकल क्रीम‘ भी तैयार किया है। उन्होंने हर साल भारतीय सेना पूर्वी लद्दाख, सियाचिन व अन्य क्षेत्रों के लिए इस क्रीम के 3 से 3.5 लाख जार के ऑर्डर देती है।
सोलर स्नो मेल्टर भी बनाया गया
डीआरडीओ ने बर्फीले सीमा क्षेत्रों में जवानों के पीने के पानी की समस्या दूर करने के लिए सोलर स्नो मेल्टर भी बनाया है। यह उपकरण हर घंटे पांच से सात लीटर पीने का पानी उपलब्ध करा सकता है। इससे शून्य से नीचे तापमान वाले इलाकों में तैनात जवानों को पीने के पानी की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।