शपथ से पहले Donald Trump पर आया संकट: hush money मामले में कोर्ट में होगी पेशी, क्या करना पड़ेगा सजा का सामना?
punjabkesari.in Saturday, Jan 04, 2025 - 09:23 AM (IST)
नेशनल डेस्क: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए एक बड़ा संकट उत्पन्न हो गया है। ट्रंप, जो 20 जनवरी 2025 को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने वाले हैं, को एक महत्वपूर्ण कानूनी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने 2016 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को चुप रहने के लिए पैसे दिए थे। अब, इस मामले की सुनवाई के लिए ट्रंप को 10 जनवरी 2025 को न्यूयॉर्क की अदालत में पेश होना होगा, जहां उन्हें अपनी सजा सुनाई जाएगी।
ट्रंप को व्यक्तिगत रूप से या वर्चुअल रूप से कोर्ट में पेश होने का विकल्प
न्यूयॉर्क के जज जुआन मर्चन ने ट्रंप को कोर्ट में उपस्थित होने के लिए आदेश दिया है। जज ने यह स्पष्ट किया कि ट्रंप को व्यक्तिगत रूप से या वर्चुअल रूप से कोर्ट में पेश होने का विकल्प दिया जाएगा। हालांकि, जज ने ट्रंप के लिए जेल की सजा की संभावना से इंकार करते हुए 'सशर्त रिहाई' देने का संकेत भी दिया है। इसका मतलब है कि ट्रंप को सजा तो हो सकती है, लेकिन उन्हें जेल नहीं भेजा जाएगा। ट्रंप के खिलाफ यह कानूनी कार्रवाई राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से ठीक दस दिन पहले हो रही है, जो एक अभूतपूर्व घटना है, क्योंकि इससे पहले किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति पर इस तरह के आरोप नहीं लगे थे।
क्या है हश मनी केस ?
यह मामला 2016 के राष्ट्रपति चुनाव से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि 2006 में डोनाल्ड ट्रंप और पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स के बीच यौन संबंध थे। जब स्टॉर्मी डेनियल्स ने इस मामले को सार्वजनिक करने की धमकी दी, तो ट्रंप ने उसे चुप रहने के लिए 1 लाख 30 हजार डॉलर का भुगतान किया था। यह भुगतान ट्रंप ने चुनाव के दौरान उसे चुप रखने के लिए किया था, ताकि चुनाव में उसकी छवि पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े। इसके अलावा, ट्रंप पर यह भी आरोप है कि उन्होंने इस भुगतान को व्यावसायिक रिकॉर्ड में छिपाया और इस मामले को फर्जी तरीके से प्रस्तुत किया। स्टॉर्मी डेनियल्स ने बाद में इस घटना का विवरण दिया था, जिसमें उसने कहा कि पहली बार ट्रंप से मिलने के दौरान ट्रंप रेशम का पायजामा पहने हुए थे और उन्होंने उसे सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (STD) से संबंधित सवाल भी किए थे। इस घटना को लेकर डेनियल्स ने पहले कोर्ट में अपनी गवाही दी थी और दावा किया था कि ट्रंप ने उसे चुप रहने के लिए भुगतान किया था ताकि उसकी कहानी चुनाव पर असर न डाले।
मामले को खारिज कर दिया जाना चाहिए...
इस मामले को लेकर ट्रंप और उनके कानूनी दल ने हमेशा इसे एक राजनीतिक साजिश और गलत आरोप बताया है। ट्रंप के प्रवक्ता स्टीवन चेउंग ने इस मामले को खारिज करते हुए कहा कि यह कानूनी तौर पर आधारहीन मामला है और इसे तुरंत समाप्त कर दिया जाना चाहिए। ट्रंप ने कहा था कि इस मामले का कोई वास्तविक आधार नहीं है और इसे राजनीतिक उद्देश्य से बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके अलावा, ट्रंप की टीम ने यह तर्क दिया कि चूंकि वह 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में जीत गए हैं, इसलिए इस मामले को खारिज कर दिया जाना चाहिए। उनका कहना था कि राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले इस मामले की कानूनी प्रक्रिया से निपटना उनके प्रशासन के कामकाजी माहौल में हस्तक्षेप करेगा। हालांकि, जज मर्चन ने इस दावे को अस्वीकार कर दिया और मामले की सुनवाई की तिथि को बढ़ाते हुए ट्रंप को अदालत में पेश होने का आदेश दिया।
अमेरिकी न्यायिक प्रणाली में बना ऐतिहासिक पहलू
यह मामला अमेरिकी न्यायिक प्रणाली में एक ऐतिहासिक पहलू बन चुका है। कभी भी किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति या पूर्व राष्ट्रपति को इस प्रकार के कानूनी संकट का सामना नहीं करना पड़ा। ट्रंप के खिलाफ यह कानूनी कार्रवाई अमेरिकी राजनीति के लिए एक गंभीर मोड़ का संकेत हो सकती है। हालांकि, जज ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह ट्रंप को जेल की सजा नहीं देंगे, लेकिन इस मामले का चलना और सार्वजनिक होना निश्चित रूप से ट्रंप की छवि पर असर डाल सकता है।
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने पर इस मामले का प्रभाव
20 जनवरी 2025 को ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से पहले यह कानूनी विवाद उनका राजनीतिक भविष्य प्रभावित कर सकता है। ट्रंप के बचाव पक्ष के वकील पहले ही इस मामले को खारिज करवाने की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन जज के फैसले से यह स्पष्ट हो गया कि इस मामले में कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। ट्रंप के राजनीतिक करियर के लिए यह मामला एक चुनौती साबित हो सकता है, क्योंकि यह उनके राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से ठीक पहले कोर्ट में चल रहा है।
अमेरिकी राजनीति पर असर
इस समय अमेरिकी राजनीति में रिपब्लिकन पार्टी की स्थिति मजबूत है। रिपब्लिकन पार्टी ने सीनेट में बहुमत हासिल किया है और डेमोक्रेट्स के खिलाफ बढ़त बनाई है। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में भी रिपब्लिकन पार्टी के पास अधिक सीटें हैं। इस राजनीतिक वातावरण में ट्रंप का कानूनी संकट पार्टी की आगामी रणनीतियों और उनके प्रशासन की कार्यशैली को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, ट्रंप ने हमेशा अपनी छवि को मजबूत बनाए रखने के लिए संघर्ष किया है, यह मामला उन्हें आगामी चुनावों में एक गंभीर चुनौती दे सकता है। डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ चल रहा हश मनी केस अमेरिकी राजनीति और कानूनी प्रक्रिया के लिए एक अभूतपूर्व घटना है। 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ट्रंप को कोर्ट में पेश होना होगा, और उनका कानूनी विवाद उनके राष्ट्रपति पद के कार्यकाल में खलल डाल सकता है। इस मामले का परिणाम ट्रंप के भविष्य और अमेरिकी राजनीति में एक अहम मोड़ साबित हो सकता है।