Kolkata case: 'लोग कार्रवाई चाहते हैं, बहाना नहीं; उनके धैर्य की परीक्षा मत लीजिए', राज्यपाल का ममता सरकार पर हमला

punjabkesari.in Thursday, Sep 05, 2024 - 09:08 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने गुरुवार को आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार-हत्या मामले को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर निशाना साधा और कहा कि कानून तो है, लेकिन उसका सही तरीके से क्रियान्वयन नहीं हो रहा है। राज्यपाल बोस ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस का एक हिस्सा अपराधी और राजनीतिक हो गया है। 

उन्होंने कहा, "(पीड़िता के) माता-पिता ने मुझे कुछ ऐसी बातें बताई हैं जो बहुत ही दिल दहलाने वाली हैं। उन्होंने मुझे लिखित में भी दिया है जिसे मैंने गृह मंत्री के समक्ष उठाया है। दो दिनों के भीतर ही हमने कार्रवाई होते हुए देखी। हम उनकी भावनाओं को समझते हैं। वे जो चाहते हैं वह न्याय है। पूरा बंगाल समाज न्याय चाहता है। न्याय होना चाहिए। आज मैं बंगाल में जो देख रहा हूं, खासकर प्रशासन गलत से गलत होता जा रहा है। उन्हें यह एहसास होना चाहिए कि दो गलत, भले ही वे परस्पर विरोधी हों, एक सही नहीं बन सकते।"

गलत काम करने वालों को सजा मिलनी चाहिए
उन्होंने आगे जोर दिया कि सरकार को कार्रवाई करनी होगी और उसे लोगों को विश्वास में लेना होगा। राज्यपाल ने कहा, "गलत काम करने वालों को सजा मिलनी चाहिए। लोगों को यह महसूस होना चाहिए कि वे सरकार से न्याय की उम्मीद कर सकते हैं, लेकिन अब यह भावना नहीं रही। आज बंगाल की यही स्थिति है- कानून तो है लेकिन उसका सही तरीके से क्रियान्वयन नहीं हो रहा है या फिर कुछ लोगों को कानून के जरिए संरक्षणात्मक भेदभाव दिया जा रहा है। पुलिस का एक हिस्सा अपराधी है, एक हिस्सा भ्रष्ट है और एक हिस्सा राजनीतिक है।"

लोगों के धैर्य की परीक्षा मत लीजिए- राज्यपाल
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने राज्य सरकार को चेतावनी भी दी कि वह लोगों के धैर्य की परीक्षा न ले। उन्होंने कहा, "यही वह जगह है जहां लोग आगे आए हैं। मुझे यकीन है कि लोगों की आवाज भगवान की आवाज है। लोग कार्रवाई चाहते हैं, कार्रवाई के लिए कोई बहाना नहीं। लोगों के धैर्य की परीक्षा मत लीजिए।"

अमित मालवीय ने भी ममता सरकार को घेरा 
इससे पहले, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमित मालवीय ने 10 अगस्त के एक पत्र का हवाला दिया, जिस पर आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष ने कथित तौर पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के एक दिन बाद घटनास्थल के जीर्णोद्धार का आदेश दिया गया था। 

मालवीय ने इसे "विस्फोटक" करार दिया क्योंकि उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल सरकार और अस्पताल ने जीर्णोद्धार की तारीख के बारे में झूठ बोला है। मालवीय ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग दोहराई और आरोप लगाया कि "बहुत सारे सबूत" पहले ही नष्ट हो चुके हैं। मालवीय ने कहा, "सच्चाई का पता लगाने के लिए ममता बनर्जी और विनीत गोयल का पॉलीग्राफ टेस्ट होना चाहिए। न्याय के लिए आंदोलन जारी रहेगा।"


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Content Editor

rajesh kumar

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