डॉलर की कमी : भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव

Saturday, Dec 03, 2016 - 05:29 PM (IST)

नई दिल्ली : नोटबंदी की मार डिप्लोमेसी पर भी पड़ी है। नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के डिप्लोमैट्स ने भारतीय बैंक से डॉलर में मिलने वाली अपनी सैलरी पर फंसे पेंच के बाद उसे लेने से मना कर दिया है। अमृतसर में होने वाली हार्ट ऑफ एशिया कॉन्फ्रैंस से ठीक पहले यह सब कुछ हो रहा है। कॉन्फ्रैंस में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज को भी हिस्सा लेना है।

दोनों देशों के बीच डिप्लोमैटिक स्तर पर 3 दिनों से तनाव चल रहा है। डिप्लोमैट्स अपनी टैक्स फ्री सैलरी को डॉलर में निकाल सकते हैं।नोटबंदी की वजह से डॉलर की डिमांड में इतनी तेजी आई है कि इसकी कमी महसूस होने लगी है। पाकिस्तानी उच्चायोग के स्टाफ की सैलरी अकाउंट आरबीएल बैंक में है। बैंक अब डिप्लोमैट्स से डॉलर की निकासी पर 'लेटर्स ऑफ परपज' मांगने लगा है पाकिस्तानी डिप्लोमैट्स ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है।

पाक ने कहा कि अगर भारत में उसके स्टाफ को पहले की तरह डॉलर्स में सैलरी निकालने नहीं दिया गया तो इसे 'वियना प्रोटोकॉल' का उल्लंघन माना जाएगा।इस्लामाबाद ने नई दिल्ली से कड़ा ऐतराज जताते हुए धमकी दी है कि पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग के स्टाफ को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि भारत इस समस्या को हल करने के लिए पाकिस्तान की संबंधित एजैंसियों से बातचीत कर रहा है।
 

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