'एक आवाज में बोलेंगे भारत-चीन, सुनेगी दुनिया'

Wednesday, Dec 13, 2017 - 04:54 PM (IST)

बीजिंगः मंगलवार को चीनी विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर उन बातों का विस्तार से उल्लेख किया जो वांग ने नई दिल्ली में सुषमा से बातचीत के दौरान कहीं  । बयान के मुताबिक, वांग ने यह भी कहा कि भले ही डोकलाम संकट का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान निकाल लिया गया लेकिन इससे यह सबक सीखा जाना चाहिए कि यह दोबारा न हो । 

उन्होंने कहा कि 2017 में चीन और भारत के रिश्तों में सुधार की गति बनी रही। दोनों ही देशों ने इस दिशा में प्रयास किए, लेकिन यह संतोषजनक नहीं है। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ बातचीत में कहा कि डोकलाम में हुए सैन्य तनाव ने द्विपक्षीय संबंधों को गंभीर क्षति पहुंचाई जिससे दोनों देशों के बीच खटास बढ़ गई।

बयान के मुताबिक, बैठक में दोनों देशों के नेताओं ने उल्लेख किया कि चीन और भारत दोनों को एक दूसरे को प्रतिद्वंदी मानने की बजाय साझीदार के तौर पर आदर करना चाहिए। वांग ने जोर देकर कहा, 'अगर चीन और भारत एक आवाज में बोलेंगे तो दुनिया सुनेगी। मुझे उम्मीद है कि वो दिन जल्द ही आएगा।' 

वांग ने कहा कि भारत-चीन के रिश्ते बेहद नाजुक मोड़ पर हैं इसलिए दोनों देशों को विश्वास पैदा करना चाहिए। उन्होंने कहा, 'आपसी विश्वास से, किसी खास समस्या को आपसी समझ और मेल-मिलाप के आधार पर सुलझाया जा सकता है। आपसी विश्वास के बिना हर समस्या बढ़ती जाएगी और द्विपक्षीय संबंधों की समग्र स्थिति को बिगाड़ देगी।'

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