दिल्ली का डॉक्टर चला रहा था लुटेरा गैंग, करता था टारगेट सेट

Wednesday, Sep 05, 2018 - 11:27 AM (IST)

गाजियाबाद(ब्यूरो): 13 अगस्त की रात को भोजपुर थाना क्षेत्र में हुई दो करोड़ रुपए कीमत की दवाईयों से भरे ट्रक लूट की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले का खुलासा करते हुए जिले की एल्फा टीम ने भोजपुर पुलिस के साथ मिलकर सांसी गैंग के सात बदमाशों को गिरफ्तार किया है। जिनमें गैंग सरगना दिल्ली का एक डॉक्टर भी शामिल है। इसके अलावा वारदात में शामिल तीन आरोपी अभी फरार हैं। उनकी भी तलाश की जा रही है। बदमाशों के पास से पुलिस ने लूटी गई नामचीन दवा कंपनियों की दो करोड़ रुपए कीमत की दवाइयां, वारदात में प्रयुक्त ईको गाड़ी, दो कैंटर और हथियार बरामद किए हैं। 

जीपीएस से मालिक ने कर दी थी गाड़ी जाम
पुलिस का कहना है कि बदमाशों ने दवाई से भरे जिस कंटेनर को लूटा था उसमें जीपीएस सिस्टम लगा था। तड़के करीब 5 बजे जब ड्राइवर ने भोजपुर थाने पहुंच कर पुलिस और मालिक को लूट की सूचना दी तो गाड़ी मालिक ने जीपीएस के कंट्रोलिंग सिस्टम से गाड़ी को जाम कर दिया था। जिसके चलते बदमाशों को गाड़ी राजनगर एक्सटेंशन में ही छोड़कर जाना पड़ा। लेकिन इससे पूर्व वे गाड़ी में से काफी दवाई उतार चुके थे। 

डॉक्टर करता था टारगेट सेट
एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि पुलिस ने संजू निवासी मेरठ, सुरेन्द्र उर्फ अर्जुन निवासी लोनी, ओमबीर निवासी दिल्ली, डॉ.अनिल कुमार निवासी मंडोली दिल्ली, ऋषि निवासी दिल्ली, असलम निवासी दिल्ली और सोनू निवासी दिल्ली को गिरफ्तार किया। जबकि गैंग के अन्य सदस्य अशोक कुमार, लल्लू उर्फ योगेन्द्र और धर्म सिंह अभी फरार हैं। उनकी भी तलाश की जा रही है। एसएसपी ने बताया कि डॉ.अनिल गैंग का सरगना है और वही लूटपाट के लिए टारगेट सेट करता था। जिसके बाद गैंग के सदस्य टारगेट किए गए व्यक्ति की रेकी करने के बाद वारदात को अंजाम देते थे। गैंग के ज्यादातर लोग घुमंतरू जाति सांसी से ताल्लुक रखते हैं। जिसके चलते इन्हें पकडऩा पुलिस के लिए मुश्किल रहता है।

30 प्रतिशत दाम पर बेचते थे दवाई
एसएसपी का कहना है कि लूटी गई दवाईयों को बेचने का जिम्मा भी आरोपी डॉक्टर पर ही था। उसने हापुड़ और दिल्ली समेत कई स्थानों पर दवा खपाने का प्रयास किया था। वह महंगी दवाईयों को मात्र 30 प्रतिशत दाम पर बेचने को तैयार था। पुलिस का कहना है कि डॉक्टर अपने गैंग के साथ पूर्व में भी इस तरह की दवा लूट की घटना को अंजाम दे चुका है। उसके पास से पूर्व में हरियाणा से लूटी गई दवाईयों की 100 पेटियां बरामद हुई हैं।

सीसीटीवी से मिली मदद 
पुलिस का कहना है कि घटना के बाद चालक की तहरीर पर केस दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू की तो बदमाशों की ईको गाड़ी कई जगह सीसीटीवी में कैद मिली। इसके अलावा सॢवलांस, सीसीटीवी और जीपीएस सिस्टम की मदद से पुलिस बदमाशों तक पहुंची और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

लूट छिपाई, खुलासे से पीठ थपथपाई
पुलिस ने जिस घटना का खुलासा कर प्रेसवार्ता में अपनी पीठ थपथपाई उस घटना के घटित होने पर पुलिस ने किसी को भी घटना की भनक तक नहीं लगने दी। अब पुलिस का कहना है कि दस बदमाश ईको गाड़ी और दो बाइकों पर सवार होकर मेरठ से ही कंटेनर गाड़ी का पीछा कर रहे थे। भोजपुर थाना क्षेत्र में उन्होंने देर रात कंटेनर को ओवरटेक कर रोका और चालक व हैल्पर को हथियारों के बल पर बंधक बना कर दवाईयों से भरा कंटेनर लूट लिया था। तड़के करीब 5 बजे पीड़ित चालक और हैल्पर किसी तरह से खुद को बंधनमुक्त कर भोजपुर थाने पहुंचे और पुलिस को मामले की सूचना दी थी।

Anil dev

Advertising