Salute: नहीं हैं हाथ-पैर, फिर भी पूरे परिवार की जिम्मेदारी उठा रही है यह लड़की

Tuesday, Oct 24, 2017 - 01:28 PM (IST)

जगदलपुर: शारीरिक विकलांगता मन के हौसलों के आगे कैसे परास्त होती है, यह देखना हो तो एक बार छतीसगढ़ के बस्तर की दिव्यांग बेटी खुशबू से जरूर मिलना होगा। खुशबू के घुटनों के नीचे से दोनों पैर नहीं हैं, न ही कोहनियों के आगे के दोनों हाथ हैं, इसके बावजूद वन विभाग के दफ्तर मे संविदा नियुक्ति पर कंप्यूटर ऑपरेटर का काम बड़ी कुशलता से संभाल रही खुशबू अपनी विधवा मां और दो छोटी बहनों का खर्चा चला रही है।

अंगुलियों के बिना खुशबू जब की-बोर्ड पर कुशलता से काम करती है तो देखने वाले भी दांतों तले अंगुलियां दबा लेते हैं। घरों में काम करने वाली खुशबू की मां धनमती ने बताया कि उसे बचपन से ही सिखाया गया कि दृढ़ इच्छा शक्ति के आगे शारीरिक बाधाएं भी घुटने टेक देंगी। खुशबू की मां उसे गोद मे उठा कर ऑटो से कार्यालय तक लाती हैं। खुशबू का परिवार उसके लिए नियमित शासकीय नौकरी की मांग कर रहा है, ताकि वह अपनी आजीविका सुचारु तौर पर चला सके।

Advertising