विवादित ट्वीट मामलाः रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता को छुट्टी पर भेजा गया
Friday, Oct 26, 2018 - 08:59 PM (IST)
नई दिल्लीः रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता एस आर राजशेखर को एक विवादित ट्वीट के बाद छुट्टी पर भेज दिया गया है और उनके स्थान पर सेना के जन संपर्क अधिकारी कर्नल अमन आनंद को कार्यवाहक प्रवक्ता बनाया गया है। रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट किया है, कर्नल अमन आनंद ने रक्षा मंत्रालय के कार्यवाहक आधिकारिक प्रवक्ता का कार्यभार संभाला है चूंकि प्रवक्ता छुट्टी पर चली गई हैं।
Col. Aman Anand, took over as the acting Official Spokesperson of MOD as the Spokesperson proceeds on leave.
— Defence Spokesperson (@SpokespersonMoD) October 26, 2018
उल्लेखनीय है कि राजशेखर ने पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल अरूण प्रकाश के एक ट्वीट के जवाब में वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों द्वारा उनके पद के दुरूपयोग की बात कही थी। एडमिरल प्रकाश ने रक्षा मंत्रालय के एक सिविल अधिकारी की गाड़ी पर सेना के प्रतीक चिन्ह और फ्लैग की तस्वीर पोस्ट करते हुए ट्वीट कर कहा था, कि भले ही यह संज्ञेय अपराध नहीं हो लेकिन उन्हें फटकार लगाने की जरूरत है।
Rather than getting excited over indiscreet tweet of @SpokespersonMoD I would suggest sober reflection; (a) by MoD on state of civil-mil relations & (b) by Military Leadership on the aspersions cast by MoD (IDAS?) civil-servant on personal conduct of Service officers. https://t.co/PwyMzzotK4
— Adm. Arun Prakash (@arunp2810) October 26, 2018
इसके जवाब में राजशेखर ने रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक टविटर हैंडल पर कहा था कि सेवा के दौरान अफसरों के घरों में जवानों के दुरूपयोग का क्या। साथ ही बच्चों को सेना की गाडियों में स्कूल भेजा जाता है और‘मैडम’सरकारी वाहनों में बैठकर शॉपिंग के लिए जाती हैं। उनके इस ट्वीट की सोशल मीडिया में काफी आलोचना हुई जिसके बाद उन्होंने अपने ट्वीट को हटा दिया और कहा कि यह ट्वीट भूलवश हो गया था और वह इसके लिए माफी मांगती हैं।
इसी बीच एडमिरल प्रकाश ने ट्वीट किया, रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता के अनुचित ट्वीट पर उत्तेजित होने के बजाय मेरा सुझाव है कि रक्षा मंत्रालय सिविल एवं सैन्य संबंधों पर उचित ढंग से अपनी बात रखे तथा सैन्य नेतृत्व भी सैन्य अधिकारियों के व्यक्तिगत आचरण पर मंत्रालय के सिविल आधिकारी द्वारा किए गए आक्षेप पर अपना दृष्टिकोण रखे। राज्यसभा के सांसद राजीव चंद्रशेखर ने इसे गंभीर मामला बताते हुए इसकी जांच कराने की मांग की।