PM मोदी ने शी जिनपिंग को दिया रात्रिभोज, रक्षा-व्यापार और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर हुई चर्चा

Saturday, Oct 12, 2019 - 12:18 AM (IST)

चेन्नईः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने शुक्रवार को रात्रिभोज के दौरान ढाई घंटे बातचीत की । उन्होंने द्विपक्षीय विकास साझेदारी को नई ऊर्जा देने और विवादास्पद मामलों पर मतभेदों से संपूर्ण संबंधों को अलग रखने का संकल्प लिया। सूत्रों ने बताया कि इस तटीय शहर में समुद्र किनारे स्थित एक रंगबिरंगे तम्बू के नीचे भव्य ‘शोर मंदिर' परिसर में बैठक तय समय से काफी लंबी चली। इस दौरान दोनों नेताओं ने तमिलनाडु के स्थानीय स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेते हुए जटिल मामलों समेत कई विषयों पर बातचीत की। इस दौरान दोनों के अनुवादकों के उनकी मदद की।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने अनौपचारिक शिखर वार्ता के पहले दिन मोदी और शी की बैठक को ‘‘काफी उपयोगी'' बताया। कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘लंबे रात्रिभोज पर सुखद वार्ता के साथ अत्यंत सार्थक दिन का समापन हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी ने कलाक्षेत्र की अद्भुत सांस्कृतिक प्रस्तुति के बाद रात्रिभोज में भारत-चीन साझेदारी को गहरा करने पर अपने विचारों का आदान-प्रदान करना जारी रखा।'' इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई कि मोदी और शी ने कश्मीर मुद्दे पर बातचीत की या नहीं। इस मामले के कारण दोनों देशों के संबंध तनावपूर्ण हो गए थे, लेकिन ऐसी अटकलें लगाई जा रही है कि रात्रिभोज में दोनों देशों के बीच हुई बातचीत के दौरान इसका जिक्र हुआ था।

मोदी ने रात्रिभोज के बाद ट्वीट किया, ‘‘मामल्लापुरम भारत से सबसे खूबसूरत स्थानों में से एक है, यह जीवंतता से भरा है। यह वाणिज्य, आध्यात्म से जुड़ा है और अब यह एक लोकप्रिय पर्यटन केंद्र है। मुझे खुशी है कि मैं और राष्ट्रपति शी चिनफिंग इस खूबसूरत जगह में समय बिता रहे हैं, जो यूरेस्को का धरोहर स्थल भी है।'' सूत्रों ने बताया कि शी और मोदी ने द्विपक्षीय विकास साझेदारी को नई ऊर्जा देने एवं विवादास्पद मामलों पर मतभेदों से समग्र संबंधों को अलग करने का संकल्प लिया। इससे पहले मोदी और शी ने बंगाल की खाड़ी को निहार रहे चट्टानों को काट कर बनाये गए सातवीं सदी के ‘‘पंच रथ'' मंदिर की पृष्ठभूमि में नारियल पानी का आनंद लिया और अनौपचारिक बातचीत की।

तमिलनाडु की पारपंरिक वेशभूषा ‘वेष्टि' (धोती), सफेद कमीज और अंगवस्त्रम पहने मोदी ने अच्छे मेजबान की भूमिका निभाते हुए शी को इस प्राचीन शहर की विश्व प्रसिद्ध धरोहरों ‘अर्जुन तपस्या स्मारक', ‘नवनीत पिंड' (कृष्णाज बटरबॉल), ‘पंच रथ' और ‘शोर मंदिर' के दर्शन कराए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल पर अनौपचारिक शिखर वार्ता की यह सहज प्रकृति आगे भी जारी रहेगी और यह उच्चतम स्तर पर संपर्कों को गहरा करेगी और भारत-चीन संबध के भविष्य के मार्ग को निर्देशित करेगी।''

शी के चेन्नई हवाईअड्डे पर उतरने के कुछ ही देर बात सरकारी सूत्रों ने कहा कि दोनों नेता शनिवार को शिखर वार्ता के समापन के बाद कुछ निर्देश जारी कर सकते हैं। उन्होंने पिछले साल चीन के वुहान में भी पहली शिखर वार्ता के बाद ऐसा ही किया था। दोनों पक्षों के अधिकारियों ने कहा कि मोदी-शी शिखर वार्ता में कई विवादास्पद मुद्दों पर दोनों देशों के बीच मतभेदों के बावजूद आगे बढ़ने और विकास के नए मार्ग तैयार करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। सरकारी प्रसारणकर्ता ‘दूरदर्शन' द्वारा दिखाई गई दोनों नेताओं की फुटेज में मोदी सूर्यास्त के दौरान सूरज की मध्यम रोशनी में चीनी नेता को स्मारकों की ऐतिहासिक महत्ता बताते दिख रहे हैं।

Yaspal

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