जिद्दी है चीन,  भारत समझाने में नाकाम !

Wednesday, Aug 09, 2017 - 12:24 PM (IST)

बीजिंगः डोकलाम को लेकर एक तरफ चीन का सरकारी मीडिया लगातार की युद्ध की धमकियां दे रहा है वहीं पिछले करीब सात हफ्तों से जारी तनातनी को खत्म करने की भारत की हर कोशिश नाकाम ही साबित हो रही हैं। जिद्दी चीन लगातार भारत पर डोकलाम से अपने सैनिक पीछे हटाने का दबाव बना रहा है।  

वहीं एक समाचार एजैंसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक करीबी सूत्र के हवाले से बताया है कि भारत ने इस पर चीन से भी अपने सैनिकों को 250 मीटर (820 फुट) पीछे हटाने का सुझाव दिया था, लेकिन उसकी तरफ से इस पर कोई जवाब नहीं आया। जानकारी के मुताबिक, राजधानी दिल्ली में पर्दे के पीछे हुई राजनयिकों के इस मुलाकात में चीन ने कहा था कि शीर्ष अधिकारियों से मंजूरी मिलने पर वह अपने सैनिक 100 मीटर पीछे हटा सकता है. हालांकि उसके बाद से इस मुद्दे पर बातचीत आगे नहीं बढ़ पाई है।

जिद्दी चीन को भारत यह समझाने में भी असफल साबित हो रहा कि अगर जंग हुई तो  भारत से ज्यादा नुकसान चीन का होगा। इस बात की पुष्टि करते हुए एक अन्य सूत्र बताते हैं, 'यहां पूरी तरह गतिरोध की स्थिति बरकरार है, बातचीत बिल्कुल भी आगे नहीं बढ़ रही।' वहीं बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय का कहना है कि उनका देश अपनी एक इंच भी जमीन नहीं छोड़ेगा।

विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, 'चीन किसी भी सूरत में अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता को सौदेबाजी का हिस्सा नहीं बनाएगा।' दरअसल भारत, चीन और भूटान सीमा पर स्थित डोकलाम पर चीन और भूटान दोनों ही देश दावा करते हैं।चीन का कहना है कि यह इलाका उसके दोंगलांग क्षेत्र का एक हिस्सा है। चीनी सैनिकों ने यहां जून के मध्य में सड़क निर्माण का काम शुरू किया था, जिसे भारतीय सैनिकों ने दखल देते हुए रुकवा दिया था। इसके बाद से ही दोनों देशों में तनाव बरकरार है।

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