हार्ट अटैक से पीड़ित को सुनाया खुद दवा लाने का फरमान

Monday, Oct 08, 2018 - 11:20 AM (IST)

नई दिल्ली(नवोदय टाइम्स): हेडगेवार अरोग्य संस्थान में हार्ट अटैक से पीड़ित एक मरीज के साथ अमानवीय व्यवहार से संबंधित मामला सामने आया है। अस्पताल के डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आरोप है कि हार्ट अटैक से पीड़ित एक मरीज की गंभीर स्थिति होने के बाद भी डॉक्टरों ने उसे खुद बाहर से दवा लाने का फरमान सुना दिया। नतीजतन मरीज की मौत हो गई। मृतक के परिजन इस मामले को दिल्ली मेडिकल काउंसिल (डीएमसी) के सामने उठाएंगे। इधर अस्पताल ने ऐसे किसी भी अरोप से इंकार किया है। 

 दिपांशु ने इमरजेंसी में जाकर डॉक्टरों का बताई परेशानी 
जानकारी मुताबिक गगन विहार निवासी 32 वर्षीय दिपांशु को शुक्रवार को करीब सवा चार बजे सीने में तेज दर्द महसूस हुआ। वह अकेले थे। ऐसे में खुद ही अपनी कार लेकर नजदीकी हेडगेवार अस्पताल पहुंच गए और इमरजेंसी में जाकर डॉक्टरों को परेशानी बताई। आखिरी बार फोन पर बात करने वाले उनके मित्र अंजुमन के मुताबिक दिपांशु ने सीने में दर्द की शिकायत और अस्पताल पहुंचने की जानकारी मिलने के बाद वह करीब पांच बजे अस्पताल पहुंच चुके थे। 

मरीज को भेजा खुद दवा लाने के लिए
यहां एक पुलिसवाले ने उन्हें यह जानकारी दी कि दिपांशु की प्राथमिक जांच करने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल परिसर में स्थित दवा की दुकान से दवा लाने के लिए भेजा है। अंजुमन के मुताबिक इस दौरान उसे गंभीर हार्ट अटैक आया और वह जमीन पर निढाल हो गया। अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक उन्होंने मरीज को इमरजेंसी से बाहर दवा लाने के लिए नहीं भेजा था। मरीज की सभी जरूरी जांच की गई थी लेकिन कई बार ऐसा होता है कि प्राथमिक जांच के दौरान अटैक की गंभीरता का सटीक अनुमान नहीं लग पाता। ऐसे में मरीज को मेडिकल इमरजेंसी निगरानी में रखा गया था।

Anil dev

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