दिग्विजय की 'नर्मदा यात्रा' आज होगी समाप्त, MP की राजनीति में आ सकता है बदलाव

Monday, Apr 09, 2018 - 03:06 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की ‘नर्मदा परिक्रमा पदयात्रा’ आज 192वें दिन पूरी होने के बाद राज्य के नरसिंहपुर जिले के बरमान घाट में समाप्त हो गयी। वर्ष 1993 से वर्ष 2003 तक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय (70) ने अपनी पत्नी अमृता राय (46) के साथ इसी बरमान घाट से पिछले साल 30 सितंबर को नर्मदा पूजन के बाद यह नर्मदा परिक्रमा पदयात्रा शुरू की थी। 

बरमान घाट में होगी पूजा अर्चना 
दिग्विजय, अमृता, पूर्व सांसदगण रामेश्वर नीखरा एवं नारायाण सिंह अमलाबे सहित उनके कई समर्थक नर्मदा नदी के दोनों किनारे करीब 3,300 किलोमीटर की इस पदयात्रा करने के बाद सोमवार सुबह बरमान घाट पर पहुंचे। इस दोरान पूर्व पीएम एवं उनकी पत्नी ने यात्रा पूरी होने से जुड़े कई धार्मिक कर्मकांड किये। इस धार्मिक यात्रा को पूरी करने के लिए दिग्विजय को शुभकामनाएं देने पूर्व केन्द्रीय मंत्रीगण कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी एवं मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव एवं अन्य पार्टी नेताओं के अलावा बड़ी तादात में लोग वहां पहुंचे।

दिग्विजय की यात्रा का कांग्रेस को मिलेगा फायदा 
कांग्रेस का दावा है कि अपनी पदयात्रा के दौरान दिग्विजय ने प्रदेश भाजपानीत सरकार के सवा चौदह साल के शासनकाल में हुए भ्रष्टाचार से संबंधित सबूत बड़ी तादात में इकट्ठा किये हैं और वह जल्द ही मध्यप्रदेश में चल रहे बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की पोल खोलेंगे। इसका फायदा पार्टी को इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में मिल सकता है।


विधानसभा क्षेत्रों का किया दौरा
यात्रा शुरू करने के पहले दिग्विजय ने कहा था कि उनकी यह यात्रा पूरी तरह आध्यात्मिक होगी, राजनीतिक नहीं। इस दौरान वह राजनीतिक सवालों से बचते रहे। इस यात्रा के दौरान उन्होंने नर्मदा में बढ़ते प्रदूषण एवं रेत के अवैध उत्खनन पर चिंता जाहिर की एवं सीएम शिवराज सिंह की नर्मदा सेवा यात्रा पर कई सवाल खड़े किये थे। उन्होंने रोजाना 25 किमी तक पैदल यात्रा कर 120 से ज्यादा मध्य प्रदेश की विधानसभा क्षेत्रों के साथ कई अन्य राज्यों को भी कवर किया। 

vasudha

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